Strong Relationship: आजकल सोशल मीडिया पर वास्तु शास्त्र को लेकर तरह-तरह के वीडियो और दावे देखने को मिलते हैं. कोई कहता है कि अगर आप कोई खास फोटो मेरे बताए गए फ्रेम में लगाओगे तो आपके रिश्ते अच्छे हो जाएंगे. कोई बोलता है कि यह पौधा मैंने पूजा करके आपको दिया है, अब ये पौधा आपके घर में बरकत लाएगा, लेकिन सवाल ये उठता है क्या वाकई ऐसा होता है? इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
अगर आप अपने घर में रिश्तों को मजबूत करना चाहते हैं, तो सबसे पहले खुद वास्तु की बुनियादी समझ लेना ज़रूरी है. बिना समझ के किसी के कहे पर काम करना नुकसानदेह भी हो सकता है.
उदाहरण के तौर पर, घर की साउथ-वेस्ट दिशा यानी दक्षिण-पश्चिम को ही लें. यह दिशा स्थिरता की प्रतीक मानी जाती है. यहां अगर आप अपने परिवार की मुस्कुराती हुई फोटो, सुंदर से गोल्डन फ्रेम में लगाते हैं, तो यह घर के रिश्तों को मजबूत करता है, लेकिन यहां फ्रेम का ‘अभिमंत्रित’ होना जरूरी नहीं है.ज़रूरी है सही दिशा और सही भावना.
साउथ-वेस्ट दिशा को वास्तु में ‘रिलेशनशिप कॉर्नर’ भी कहा जाता है. यह दिशा आपके रिश्तों की स्थिरता, आपसी समझ और सहयोग को दर्शाती है, अगर इस दिशा में कोई भारी सामान रखा हो, कोई गड़बड़ी हो या वहां गंदगी हो, तो इससे जीवन में अस्थिरता आ सकती है. वहीं अगर इस दिशा को सुंदर और साफ-सुथरा रखा जाए, तो रिश्तों में मिठास बनी रहती है.
टोटकों से दूरी रखें
कई बार लोग वीडियो देखकर तुरंत ही किसी उपाय को अपनाने लगते हैं, बिना यह सोचे कि वह उपाय उनके घर और जीवन की स्थिति पर फिट भी बैठता है या नहीं. यह ठीक वैसा ही है जैसे कोई बिना डॉक्टर से पूछे दवाई खा लें.