देवघर एम्स ने इलाज के लिए आने वाले मरीजों के परिजनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ‘रेन बसेरा’ की शुरुआत की है। यह व्यवस्था खासकर दूर-दराज इलाकों से आने वाले लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी। यहां अब मरीजों के साथ आए परिजन सिर्फ 50 रुपए में एक
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अपने स्तर पर अभी हो रहा संचालन
एम्स देवघर के डायरेक्टर डॉ सौरव वार्ष्णेय ने बताया कि अस्पताल शहर से दूर है। यहां न केवल झारखंड के संताल परगना बल्कि बिहार के सीमावर्ती जिलों से बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। मरीजों के इलाज के दौरान परिजनों को रुकने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इसी को देखते हुए रेन बसेरा की सुविधा शुरू की गई है।
उन्होंने कहा कि 50 बेड का अभी यह रेन बसेरा है। इसमें कुछ कमरे दो बेड तो कुछ तीन बेड शेयरिंग के हैं। 50 से 100 रुपए के बीच चार्ज है। अभी संस्थान अपने स्तर पर इसका संचालन कर रहा है। आगे किसी एनजीओ को दिया जाएगा। उसके लिए आवेदन मांगे गए हैं।
जल्द ही रेन बसेरा का होगा विस्तार
एम्स देवघर के डायरेक्टर डॉ सौरव वार्ष्णेय ने बताया कि रेन बसेरा फिलहाल सीमित क्षमता के साथ शुरू हुआ है, लेकिन एम्स प्रशासन ने भविष्य में इसकी क्षमता को बढ़ाने की योजना बनाई है। प्रबंधन का कहना है कि आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा परिजनों को ठहरने की सुविधा दी जाएगी ताकि कोई भी व्यक्ति इलाज के दौरान बेघर या असहाय महसूस न करें।
एम्स देवघर संताल परगना और आसपास के जिलों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का प्रमुख केंद्र बन चुका है। बिहार और झारखंड के दूरदराज गांवों से लोग इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं। ऐसे में रेन बसेरा जैसी सुविधा उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। एम्स प्रबंधन का लक्ष्य है कि हर मरीज और उसके परिजनों को इलाज के साथ-साथ बेहतर सुविधा भी मिले।