गरीबों के लिए बने आवासों पर अपात्रों का कब्जा, नगर निगम ने की कार्रवाई
बिलासपुर नगर निगम ने कोनी क्षेत्र में आईएचएसडीपी योजना के तहत बने गरीबों के आवासों से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई शुरू की है। निगम की टीम जब मकान खाली कराने पहुंची तो कई कब्जाधारी ताला लगाकर फरार हो गए।
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सब इंजीनियर वर्षा साहू के अनुसार, 23 ऐसे आवंटी हैं, जिन्होंने अब तक भुगतान नहीं किया है। इन मकानों को खाली कराया जा रहा है। कई मामलों में मूल आवंटियों ने मकानों को किराए पर दे दिया था। जैसे सी-115 का आवंटन मंजू पांडेय को किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे किराए पर दे दिया।
कार्रवाई के दौरान कई मकान खाली मिले। इनमें C3-01 और C4-08 (किरण विश्वकर्मा/लक्ष्मण विश्वकर्मा), C1-14 (परदेशीन बाई/राजा राम), C2-20 (गायत्री कौशिक/लाल कौशिक) शामिल हैं। निगम ने इन मकानों पर अपना ताला लगा दिया है। सी2-03 के आवंटी हिरमती/हरीश साहू ने भी मकान किराए पर दे दिया था।
देवरीखुर्द अटल आवास में ‘चिल्ला मुबारक दरबार’
देवरीखुर्द में अटल आवास योजना के एक मकान में अवैध रूप से चिल्ला मुबारक दरबार बना दिया गया था। इस मकान का उपयोग सांप्रदायिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। बाद में इसे खाली करा लिया गया।
पार्षदों पर जबरन कब्जा दिलाने का आरोप स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पार्षदों की मिलीभगत से निगम के आवासों पर अवैध कब्जे कराए जाते थे और इसके लिए बड़ी रकम ली जाती थी।

शहरभर में फैला अवैध कब्जा, 2087 ने नहीं चुकाई रकम नगर निगम के कार्यपालन अभियंता एसपी साहू ने बताया कि शहर के 39 स्थानों पर आईएचएसडीपी और अटल आवास योजनाओं के तहत गरीबों के लिए मकान बनाए गए हैं। निगम के हालिया सर्वे में 49 स्थानों पर अपात्रों का कब्जा पाया गया है।

मकान खाली करवाकर नया आवंटन होगा
इसके अलावा, 2087 ऐसे लाभार्थी चिन्हित किए गए हैं, जिन्होंने 30 से 33 हजार रुपए की निर्धारित राशि नहीं चुकाई और मकान को किराए पर चढ़ा रखा है। अब इनसे मकान खाली करवाकर नया आबंटन किया जाएगा।