राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा के 38 पदों पर हो रही भर्ती में गुरुवार को मनमानी देखने काे मिली। वांछित योग्यता नहीं रखने के कारण लैब सुपरवाइजर पद की दावा आपत्ति सूची में विनय कुमार नाम के अभ्यर्थी को अपात्र बताया गया था, उसी विनय को दावा-आप
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इससे 16 जून को होने वाली कौशल परीक्षा की मेरिट लिस्ट में विनय नंबर 1 पर आ गया। इस भर्ती के लिए जारी विज्ञापन में दर्शाए गए नियम 11.2 के अनुसार आवेदन-पत्र भरते समय अभ्यर्थी ने जिन दस्तावेजों का उल्लेख किया होगा, उन्हीं दस्तावेज के संबंध में दावा आपत्ति मान्य की जाएगी। अन्य कोई नवीन दस्तावेज दावा आपत्ति में मान्य नहीं किए जाएंगे। भर्ती नियम में इतनी स्पष्टता के बाद भी दावा आपत्ति से पहले अपात्र अभ्यर्थी को दावा आपत्ति के बाद पात्र मानते हुए कोविड में काम करने के दस्तावेज लेकर बोनस के 10 अंक भी दे दिए गए और वह मेरिट में नंबर 1 पर आ गया।
स्वास्थ्य विभाग की भर्ती परीक्षा में एसटीएस पद के अभ्यर्थी सुनील कुमार वर्मा की मानें तो आवेदन-पत्र में उन्होंने साफ तौर पर कंप्यूटर अंकसूची का जिक्र किया था। इसके बाद भी विज्ञापन की कंडिका 11.2 का हवाला देते हुए उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया है। ऐसे में इन्होंने प्रस्तावित कौशल परीक्षा से पूर्व अपने आवेदन पत्र की मूल कॉपी देखने की मांग की है।
14 जून से हो रही कौशल परीक्षा के आदेश में संशोधन 14 जून से 18 जून तक अलग-अलग पदों की होने वाली कौशल परीक्षा के पूर्व घोषित समय में सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी ने गुरुवार को थोड़ा बदलाव करते हुए संशोधित आदेश जारी किया। परीक्षा संबंधित नवीन आदेश भी उन्होंने विभाग की वेब साइट www.durg.gov.in पर अपलोड करा दिया। नए आदेश में परीक्षा के समय में थोड़ा परिवर्तन किया गया है।
नाम मुझे बता दीजिए, मैं इसे चेक करवाता हूं ^जिस अभ्यर्थी को पहले अपात्र और बाद में पात्र करार दिया गया है। उस अभ्यर्थी का नाम व जिस पद के लिए उसने आवेदन किया है, वह मुझे बता दीजिए। मैं इसे चेक करवाता हूं। चेक करवाने के बाद ही चूक कहां से हुई है, मैं बता सकूंगा। उस अभ्यर्थी का नाम मुझे बता दीजिए। डॉ. मनोज दानी, सीएमएचओ, दुर्ग।