लातेहार में स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों का एक गंभीर मामला सामने आया है। शनिवार को डुंडगी के पास हुए सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गई। उसके दामाद रामकृत उरांव को गंभीर चोटें आईं।
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रामकृत को रिम्स रेफर किया गया। पहली एंबुलेंस में एसी और अन्य जरूरी सुविधाएं नहीं थीं। दूसरी एंबुलेंस के लिए एक घंटे का इंतजार करना पड़ा। इस देरी के कारण रिम्स पहुंचते-पहुंचते रामकृत की मौत हो गई।
परिजनों ने किया प्रदर्शन
रविवार को परिजनों और जनप्रतिनिधियों ने सदर अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव और नावागढ़ पंचायत मुखिया प्रवेश उरांव ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के लिए अलग एंबुलेंस है। आम लोगों की एंबुलेंस में ऑक्सीजन और एसी जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं।
उपायुक्त के निर्देश पर अंचलाधिकारी अरविंद देवाशीष टोप्पो मौके पर पहुंचे। उन्होंने दो-तीन दिनों में एंबुलेंस समेत अन्य समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त हो गया।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉक्टर अवधेश सिंह ने कहा कि घायल को एंबुलेंस दी गई थी। परिजनों ने एंबुलेंस में खामियां बताईं। बाद में दूसरी एंबुलेंस से रिम्स रेफर किया गया। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की जांच की जाएगी।