मुजफ्फरपुर के बाबा गरीब नाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए सावन माह में हर साल काफी संख्या में श्रद्धालु भक्त आते हैं। भगवान शिव पर जलाभिषेक करते हैं। पिछले वर्ष की तरह इस साल भी श्रावणी मेला 2025 का सफल और सुचारू आयोजन करने व विधि व्यवस्था के लिए जिलाधिक
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विद्यमान स्थिति का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिया। इस दौरान अधिकारियों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखते हुए भीड़ प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, श्रद्धालुओं के लिए ठहराव, शौचालय, पेयजल, साफ- सफाई, बिजली व्यवस्था, बैरिकेडिंग, दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की स्थिति का जायजा लिया। संबंधित अधिकारियों को सभी कार्य ससमय पूरा करने का सख्त निर्देश दिया गया।
ठहरने की उत्तम व्यवस्था की जाएगी
जिलाधिकारी ने कहा कि भक्तों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोपरि है। इस दृष्टि से मुजफ्फरपुर जिला की सीमा फकुली मोड़ से मंदिर तक के रूट लाइन पर श्रद्धालुओं के सुगम और सुरक्षित आवाजाही, ठहराव और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
श्रद्धालुओं के ठहरने की उत्तम व्यवस्था की जाएगी। उन जगहों पर आवश्यक सुविधाएं जैसे शौचालय, पेयजल, बिजली, पंखा और रोज साफ-सफाई की व्यवस्था की जाएगी। इसे संबंधित विभाग के अधिकारियों को ससमय पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
भक्तों के प्रवेश-निकासी की मॉनिटरिंग की जाएगी
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मार्ग के प्रमुख स्थलों, चौक-चौराहों और ठहराव स्थल पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। मंदिर में भीड़ प्रबंधन के लिए भक्तों के प्रवेश-निकासी की मॉनिटरिंग की जाएगी।
मेला अवधि में श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था होगी। कोई अप्रिय दुर्घटना न हो इसके एहतियाती उपायों के तहत जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता को बिजली के पोल, लूज वायर की मरम्मत और बिजली की निर्बाध आपूर्ति का निर्देश दिया है। साथ ही मंदिर क्षेत्र में इंटरनेट, टेलीकॉम के तार को ठीक करने को कहा गया है। अन्यथा नगर निगम की ओर से जुर्माना कर राशि की वसूली की जाएगी।
भक्तों के लिए 21 मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह जगह पर कुल 21 मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे। उसमें आवश्यक दवा के साथ डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी। पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस की सुविधा रखी जाएगी।
इसके अतिरिक्त पीएचसी कुढ़नी, सदर अस्पताल और अन्य निकटवर्ती अस्पतालों को एक्टिव रखने, डॉक्टर, स्टाफ को भी सक्रिय रहने का निर्देश दिया है। इसकी जवाबदेही सिविल सर्जन को देते हुए मॉनिटरिंग करने को कहा गया है।
श्रद्धालुओं को मंदिर तक आने-जाने वाले मार्ग में कोई कठिनाई न हो, इसका ध्यान रखा गया है। इसके लिए यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाते हुए 150 ट्राली लगाए जाएंगे। आवश्यकतानुसार डायवर्सन की व्यवस्था की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी। इसे भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे।