कानपुर के बर्रा स्थित हरदेवनगर स्थित एक स्कूल की तीसरे तल की छत की ढलाई के दौरान दो माह पहले ढाली गई दूसरे तल की छत धराशाई हो गई। कॉलम ढहने से निर्माणाधीन छत भी शटरिंग सहित भरभरा कर बैठ गई। घटना के वक्त छत पर दो मजदूर ढलाई को अंतिम रूप देने में लगे थ
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मलबे से मजदूर को बाहर निकालने की कोशिश करते सुरक्षा कर्मी
छत ढहने पर दोनों नीचे भागे तो अचानक जीने की शटरिंग भी बैठ गई, इसमें एक मजदूर मलबे में दब गया, जबकि दूसरा किसी तरह बाहर निकल आया। सूचना पर बर्रा थाने की फोर्स और दमकल टीम पहुंची और बचाव अभियान शुरु किया। करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मजदूर को सकुशल बाहर निकाला जा सका।
हरदेवनगर निवासी मनोज पाल बीएल स्मारक इंटर कॉलेज संचालित करते हैं। पड़ोस में ही परिवार सहित रहते भी हैं। मनोज इन दिनों अपने स्कूल का निर्माण करा रहे हैं। करीब तीन माह पहले प्रथम तल जबकि दो माह पहले द्वितीय तल की छत ढलवाई थी।

सोमवार को तीसरे तल की छत की ढलाई करवाई जा रही थी। खाड़ेपुर निवासी ठेकेदार अवनीश के नेतृत्व में 13 मजदूर काम पर लगे थे। अवनीश के मुताबिक, रात करीब आठ बजे छत के बाहरी हिस्से की कुछ ढलाई बाकी रह गई थी।
जिसे यहीं के रहने वाले मजदूर श्रवण कुमार, और धीरू अंतिम रूप देने में लगे थे। इसी दौरान दूसरे तल के दो कॉलम दरक गए। जिसके चलते दूसरे तल की छत चिटकी, इसका असर तीसरी तल के छत की ढलाई के लिए लगी शटरिंग पर पड़ा और लगी बल्लियां हट गईं कुछ ही देर में छत के आगे का हिस्सा भरभरा कर गिर गया।
धीरू किसी तरह निकलने में कामयाब हो गया, जबकि श्रवण जीने की शटरिंग में फंस गया। उसके दोनों पैर दब गए।
बड़े कटर और ड्रिल मशीन से बचाई जान
सूचना पर बर्रा थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा। मजदूरों के फंसे होने पर दमकल को सूचना दी गई। आनन फानन में किदवईनगर व फजलगंज से दमकल की टीम पहुंची और बड़े कटर और ड्रिल मशीन का प्रयोग करते हुए पिलर, क्रंक जाल आदि काटे गए। इसके बाद टीमें फंसे श्रवण कुमार तक पहुंची और उसे बाहर निकाल कर अस्पताल भेजा।
बिना पिलर तान रहे थे इमारत मनोज का भूतल तक वर्षों पुराना स्कूल बना हुआ है, इधर वह स्कूल की इमारत बिना पिलर दिए ताने जा रहे थे। घटना में सामने आया कि छत की ढलाई में जो सरिया प्रयुक्त हो रही थी, वह भी बेहद पतली थी। एडीएम सिटी राजेश कुमार, मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा घटना स्थल पर पहुंचे।
एडीएम सिटी के मुताबिक अभी तक किसी के जान माल को नुकसान नहीं हुआ है। इस मामले में जांच कराई जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर पर कार्रवाई की जाएगी।