ये तस्वीर सोमवार को झांसी पहुंची साबरमती एक्सप्रेस की है, जिसमें बिना आरक्षण के यात्री फ्लोर पर बिस्तर लगाए हैं
झांसी से होकर आने-जाने वाली ट्रेनों का हाल खराब है। इसको लेकर यात्री जमकर शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन कोई राहत नहीं मिल पा रही है। एक तरफ जहां बारिश के चलते उमस में बिना एसी के यात्री कोच में उबाल रहे हैं तो दूसरी तरफ स्लीपर कोच में बेतहाशा भीड़ के चलत
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वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन से 24 घंटे में 135 से ज़्यादा ट्रेनों का आना-जाना रहता है। इन ट्रेनों में अधिकांश सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनें हैं, जिनमें एसी कोच लगे हैं। गर्मी में इन्हीं कोच में यात्रा का मन बनाए लोगों के लिए एसी कोच भी परेशानी का कारण बम रहे हैं। ऐसा इसलिए कि उमस भरी भीषण गर्मी के बीच ट्रेनों के एसी फेल हो रहे हैं। वहीं, थर्ड AC के कुछ कोच ऐसे भी हैं, जहां क्षमाता के ज़्यादा यात्री होने के चलते भी उसकी कूलिंग पर असर पड़ रहा है। ऐसे में जिन यात्रियों की सीट कन्फर्म है, अब वह एसी की समस्या आने से रेलवे पर गुस्सा निकाल रहे हैं। रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 और एक्स हैंडल पर मंडल से शिकायतें कर रहे हैं कि एसी नहीं चल रहे हैं। हालांकि, रेलवे यात्रियों की शिकायत पर त्वरित प्रतिक्रिया दे रहा है। बावजूद इसके समस्या का समाधान नहीं मिल पा रहा है। यूपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में इकराम नाम के यात्री बोले मुझे शिकायत किए हुए 2 घंटे का समय बीत गया लेकिन कोई भी मदद के लिए नहीं आया।
अपनी ही सीट पर बंधक बंधुआ हो गए यात्री
वाराणसी से चलकर अमदाबाद जाने वाली ट्रेन नंबर 19168 साबरमती एक्सप्रेस के स्लीपर कोच की हालत इतनी खराब रही कि इसमें वह यात्री अपनी ही सीट पर बंधुआ हो गए, जिन्हें कन्फर्म सीट मिल गई थी। इस ट्रेन में फ्लोर से लेकर सीट के बीच खाली जगह में लोगों ने अपना कब्जा जमा लिया। यात्री बोले हम कानपुर से शिकायत करते आ रहे हैं, लेकिन कोच खाली कराने कोई नहीं आया। ऐसे में ट्रेन जब झांसी पहुंची तो यात्रियों ने शोर मचाया। लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली। इसके बाद यात्रियों ने कोच की हालत का वीडियो बनाकर रेलवे से शिकायत की।