Tuesday, June 17, 2025
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अगर कुंडली में है 10वीं राशि, तो ऊंची मंजिल पर रहना बदल सकता है किस्मत, टॉप फ्लोर से खुलते हैं भाग्य के दरवाज़े


Vastu Tips For Success : ज्योतिष में हर राशि का एक खास असर होता है. कुछ राशियां जीवन के भावनात्मक पहलुओं से जुड़ी होती हैं, तो कुछ कर्म और ऊंचाई से. 10वीं राशि, यानी मकर राशि, एक ऐसी राशि है जो महत्वाकांक्षा, ऊंचाई और उपलब्धियों से जुड़ी मानी जाती है. अगर आपकी कुंडली में यह राशि खास जगह पर बैठी हो, तो यह आपके जीवन की दिशा तय करने में बड़ी भूमिका निभा सकती है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

यह खास तौर पर तब महत्वपूर्ण हो जाती है जब 10वीं राशि आपकी कुंडली के दूसरे या 11वें भाव में स्थित हो. ऐसा होना एक संकेत है कि आपका भाग्य ऊंचाइयों से जुड़ा है – न सिर्फ सोच में, बल्कि असल जीवन की स्थिति में भी. यही वजह है कि ऐसे लोगों को सलाह दी जाती है कि वे जमीन से ऊपर यानी ऊपरी मंजिलों पर अपने घर या ऑफिस बनवाएं.

ऊंची मंजिल पर रहना क्यों फायदेमंद है?
अगर आप किसी ऐसी बिल्डिंग में रहते हैं या काम करते हैं जो 20 या उससे ज़्यादा मंजिल की हो, तो आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि कौन सी मंजिल आपके लिए बेहतर हो सकती है. अगर आपकी कुंडली में 10वीं राशि दूसरे या ग्यारहवें घर में बैठी है, और आपने ग्राउंड फ्लोर या पहले फ्लोर पर घर या ऑफिस लिया हुआ है, तो आपको अपने प्रयासों का उतना फल नहीं मिलेगा जितना मिल सकता है.

लेकिन अगर इसी कुंडली में वही राशि है और आप टॉप फ्लोर या उससे एक-दो मंजिल नीचे यानी सेकंड टॉप फ्लोर पर रहते हैं या काम करते हैं, तो इसका असर बहुत सकारात्मक हो सकता है. ऐसा करने से आपको सामाजिक पहचान, आर्थिक स्थिति और मानसिक संतुलन में भी फायदा होता है.

यह असर क्यों पड़ता है?
ज्योतिष के अनुसार 10वीं राशि का गहरा संबंध ‘ऊंचाई’ और ‘कर्म’ से होता है. जब यह राशि आपकी कुंडली के ऐसे भावों में हो जो लाभ, धन और विस्तार से जुड़े होते हैं, तब इसका पूरा असर तभी मिलता है जब आप खुद को ऊंचे स्तर पर स्थित करते हैं – मानसिक, सामाजिक और भौतिक, तीनों रूप में.

जमीन से ऊपर की मंजिलों पर रहना या काम करना केवल वास्तु का हिस्सा नहीं है, यह आपके ग्रहों को भी बल देता है. यह आपके आत्मविश्वास, सोच और निर्णय लेने की क्षमता को भी बढ़ाता है.



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