जमुई के बरहट प्रखंड की पूजा कुमारी(25) दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए पिछले तीन साल से सदर अस्पताल के चक्कर काट रही हैं। पूजा के दोनों पैर तीन साल पहले एक गंभीर बीमारी के कारण काटने पड़े थे। पटना में हुए ऑपरेशन में तीन लाख रुपए खर्च हुए। इसमें से दो लाख
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पूजा के पति विकास कुमार राम दिल्ली में मजदूरी करते हैं। वे अभी तक कर्ज नहीं चुका पाए हैं। पूजा ने जीविका समूह से 40 हजार रुपए का लोन लेकर घर में एक छोटी दुकान शुरू की है। इसी से वह तीन बच्चों की परवरिश कर रही हैं।
पूजा नकली पैर के सहारे चलती है।
3 साल से कर रही मदद का इंतजार
पूजा कहती हैं कि तीन साल से सरकारी मदद का इंतजार कर रही हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पूजा की मां मानकी देवी ने बताया कि स्थानीय डॉक्टरों की सलाह पर पटना में ऑपरेशन करवाया गया। इसके बाद सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली।
सिविल सर्जन डॉ. अमृत किशोर का कहना है कि पूजा उनके पास नहीं आई हैं। अगर आएंगी तो सहायता दी जाएगी। पूजा का कहना है कि वह चल-फिर नहीं सकतीं। ऐसे में बार-बार अस्पताल जाना मुश्किल है। दिव्यांग प्रमाण पत्र न मिलने से उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।