सिपाही को थप्पड़ मारती बुजुर्ग महिला
दुर्ग सेंट्रल जेल में शुक्रवार को गांजा तस्करी मामले में सजा काट रहे बंदी सुंदरजीत जाल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस मौत की सूचना मिलने के बाद परिजनों ने पीएम हाउस में जमकर हंगामा किया। उन्होने पीएम हाउस का दरवाजा तोड़ दिया। जब सिपाही उन्
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पद्मनाभपुर थाना प्रभारी अंबिका प्रसाद ध्रुव ने बताया कि बंदी की मौत की सूचना दुर्ग सेंट्रल जेल से उन्हें मिली थी। बंदी सुंदरजीत जाल (26 वर्ष) सुपेला उडिय़ापारा का निवासी था। शुक्रवार की सुबह सवा 6 बजे वह बिस्तर से उठा और अचानक उसकी तबियत खराब हो गई।
जेल प्रबंधन उसे जिला अस्पताल ले गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पंचनामा करने के बाद उसे पीएम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों ने जेल प्रबंधन के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसलिए इस मौती की जांच जेएमएफसी विवेक नेताम के नेतृत्व में उनकी टीम करेगी।
फ्रीजर से जबरदस्ती शव को बाहर निकालते परिजन और उन्हें रोकता पुलिस कर्मी
इधर जब परिजनों को पता कि सुंदरजीत की जेल के अंदर मौत हुई है तो उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। लगभग से 100 से अधिक की संख्या में परिजन व उनके साथी शनिवार दोपहर दुर्ग मरचुरी पहुंच गए। उन्होंने मरचुरी का दरवाजा तोड़ दिया और सीधे अंदर घुस गए। इसके बाद उन्होंने फ्रीजर में रखे शव को निकालकर देखा और भड़क गए।
परिजन जेल और पुलिस प्रबंधन को गाली देते हुए आरोप लगा रहे थे कि सुंदरजीत को बेरहमी से मारा गया है, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है। इस दौरान एक सपाही उन्हें मरचुरी से बाहर निकालने पहुंचे तो लोगों ने उससे धक्का मुक्की शुरू कर दी। एक बूढ़ी महिला सिपाही को मारने लगी तब सिपाही वहां से चला गया।
मौत की वजह बताई जाती है बीमारी
सुंदरजीत की मौत बीमारी की वजह से होने बताया जा रहा है। जेल प्रबंधन ने उसके बैरक का सीसीटीवी फुटेज भी चेक किया है। फुटेज में सुंदरजीत सुबह सवा 6 बजे लाकर खुलने के बाद उठा है। इसके बाद वो बाहर निकाला और फिर अपने बिस्तर की ओर जाने लगा। इसी दौरान अचानक वो बेहोश होकर गिर गया। डॉक्टर ने इलाज किया और उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन सवा 8 बजे उसकी मौत हो गई।