रांची, 30 सितंबर, 2024 (सोमवार): झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित CGL परीक्षा में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोपों के खिलाफ आज हजारों अभ्यर्थियों ने JSSC मुख्यालय का घेराव किया और जमकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए और परीक्षा को तत्काल रद्द किया जाए।
इस बीच, झारखंड बचाओ क्रांति सेना समिति (जेबीकेएसएस) के केंद्रीय अध्यक्ष संजय मेहता रांची पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की। उन्होंने निजी और संगठनात्मक स्तर पर आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए कहा कि परीक्षा में हुई कथित धांधली की सीबीआई जांच होनी चाहिए। मेहता, जो स्वयं एक वकील हैं, ने अभ्यर्थियों से उनके पास मौजूद सभी साक्ष्यों की समीक्षा की और कानूनी सलाह भी दी।
संजय मेहता ने कहा, “यह झारखंड का दुर्भाग्य है कि हमारे राज्य में एक भी नियुक्ति परीक्षा पारदर्शी ढंग से आयोजित नहीं हो पा रही है। पेपर लीक और परीक्षाओं के रद्द होने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे हमारे युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है।”
मेहता ने झारखंड सरकार को भी आड़े हाथों लिया और प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी, नियोजन नीति, और स्थानीयता जैसे मुद्दों पर सरकार की विफलता की आलोचना की। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने पाँच लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन एक परीक्षा तक सही ढंग से आयोजित नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे में राज्य के अन्य प्रमुख मुद्दों पर उनसे सख्त कदम उठाने की उम्मीद करना बेमानी है।”
प्रश्न पत्र लीक के मामले में आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों को समर्थन देने के लिए झारखंड बचाओ क्रांति छात्र समिति के नेता भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी परीक्षा में धांधली की सीबीआई जांच की मांग की और JSSC पर झारखंड के विद्यार्थियों के साथ लगातार खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। छात्र नेताओं ने कहा कि इस प्रकार की अनियमितता अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और इसे रोकने के लिए वे पूरी तरह से अभ्यर्थियों के साथ खड़े हैं।