Martyred in an accident while on duty in Manipur | बहनों ने बिलखते हुए शहीद भाई को बांधी राखी: मणिपुर से शाजापुर पहुंची मोहित सेन की पार्थिव देह; मां को नहीं थी जानकारी, बेसुध हुईं – AKODIA News

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रक्षाबंधन पर भाई की पार्थिव देह को देख बहनें बिलख उठीं।

मणिपुर में तैनात सीआरपीएफ जवान मोहित सेन की ड्यूटी के दौरान एक्सीडेंट में शहीद हो गए। शनिवार को उनकी पार्थिव देह शाजापुर के अकोदिया लाई गई। शहीद भाई को देखते ही बहनें बिलख उठीं। उन्होंने भाई की कलाई पर राखी बांधी। रक्षाबंधन के पर्व पर पूरे शहर में शो

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मोहित की मां को 2 दिन तक हादसे के बारे में नहीं बताया गया। हादसे से एक दिन पहले ही उन्होंने मां से बात की थी। बेटे की पार्थिव देह जब घर पहुंची तो मां बेसुध हो गईं। मां लगातार यही पूछ रही है- मेरे अंकित को क्या हुआ, अब नहीं आएगा क्या। राखी तो बनवा लेता।

शहीद के बड़े भाई अंकित सेन ने बताया कि 6 अगस्त बुधवार को उन्हें बटालियन से फोन आया था। बताया गया था कि मोहित की एक्सीडेंट में मौत हो गई है। शनिवार सुबह 7:30 बजे मोहित की पार्थिव देह फ्लाइट से भोपाल लाई गई। फिर सड़क मार्ग से अकोदिया थाने पहुंची। शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें पूरा शहर उमड़ पड़ा। लोग बाइक पर तिरंगा हाथ में लेकर देश भक्ति के गीतों के साथ चले। यात्रा शहीद के निवास ग्राम रानी बड़ौद पहुंची। यहां अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। स्थानीय लोग और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

शहीद मोहित सेन की अंतिम यात्रा की तस्वीरें

अकोदिया में शहीद मोहित सेन की अंतिम यात्रा निकाली गई।

अकोदिया में शहीद मोहित सेन की अंतिम यात्रा निकाली गई।

यात्रा में बड़ी संख्या में लोग बाइक पर हाथ में तिरंगा लिए शामिल हुए।

यात्रा में बड़ी संख्या में लोग बाइक पर हाथ में तिरंगा लिए शामिल हुए।

दो साल से मणिपुर में तैनात थे मोहित सेन ने शुजालपुर में अपनी पढ़ाई पूरी की थी। उनकी पोस्टिंग मणिपुर में दो साल पहले हुई थी। पिता आनंदीलाल सेन भी सीआरपीएफ की 120 बटालियन में तैनात थे।



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