तस्वीर रास्ता भटकने वाले अंकुश की है।
सिरमौर की चूड़धार यात्रा पर जाते वक्त चंडीगढ़ का युवक रास्ता भटक गया। अंकुश कई घंटों तक जगल में फंसा रहा, जिसके बाद उसके दोस्तों ने पुलिस के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
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मिली जानकारी के मुताबिक, अंकुश शुक्रवार को अपने दोस्त सतिंदर के साथ चूड़धार की यात्रा के लिए निकला था। दोनों दोस्त नोहराधार वाले रास्ते से चूड़धार के लिए निकले थे। रास्ते में तीसरी नामक जगह पर पहुंचने पर सतिंदर अंकुश से आगे निकल गया। इसके बाद अंकुश बीच मे रास्ता भटक गया। सतिंदर चूड़धार पहुंचा तो काफी देर तक उसका इंतजार लेकिन वह नहीं पहुंचा। अंकुश का फोन भी बंद आने लगा।
अंकुश ने रात 9 बजे पुलिस को रास्ता भटकने की सूचना दी
अंकुश ने रात 9 बजे अपने रास्ता भटकने की सूचना हेल्पलाइन 112 पर दी। सूचना मिलने पर प्रशासन ने इसकी सूचना चौपाल थाना में दी और ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल अखिल को अंकुश की तलाश के लिए भेजा गया। अखिल ने अंकुश के दोस्त सतिंदर से संपर्क करके दोनों ने तीसरी नामक जगह से अंकुश की तलाश शुरू की।
दोनों ने अंकुश को संपर्क किया तो अंकुश ने बताया कि उसके फोन की चार्जिंग 1% बची हुई है । उसकी तबियत खराब हो गयी है। वो कहीं बड़ी बड़ी चट्टानों के बीच फंसा हुआ है। कांस्टेबल अखिल और सतिंदर करीब ढाई घंटे तक चूड़धार के जंगलों में अंकुश को आवाजे लगाते रहें लेकिन उसका कहीं सुराग नही लगा।
अखिल ने बताया कि ढाई घंटे बाद अंकुश को आवाजे लगाने के बाद जब अंकुश का पता नही चला तो उन्होंने भगवान शिव के जय भोले शंकर के नारे लगाना शुरू कर दिया । जिसके कुछ देर बाद अंकुश को वो नारे सुनाई दिए और अंकुश ने भी वापसी नारा लगाया जो कॉन्स्टेबल अखिल को सुनाई दिया। जिसके बाद दोनो ने रात डेढ़ बजे अंकुश को ढूंढ निकाला।