बाबा विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में ज्योतिर्लिंग पर कृष्ण भगवान का प्रिय मोर पंख चढ़ाया गया।
बाबा विश्वनाथ के बगल में आज आधी रात कन्हैया विराजेंगे। रात के ढाई बजे मंगला आरती के दौरान श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में ज्योतिर्लिंग के बगल में भगवान कृष्ण अपने बाल स्वरूप में लीला दिखाएंगे।
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श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर आज बाबा विश्वनाथ का मोर पंख का मुकुट लगाया गया।
शास्त्रों के अनुसार, जब भगवान कृष्ण का धरती पर जन्म हुआ तो उनका बाल रूप देखने शिव स्वयं कैलाश से दर्शन करने आए थे। हालांकि, मैया यशोदा ने शिव जी से विनती की की आप कन्हैया को सीधे नहीं बल्कि पानी में परछाई देखिए, नहीं तो आपका भयंकर रूप देखकर बच्चा डर जाएगा।
काशी विश्वनाथ मंदिर के CEO विश्व भूषण मिश्र ने कहा कि पहली बार मंदिर के गर्भगृह में भगवान लड्डू गोपाल बाल रूप में पधारेंगे। रात के 12 बजे जन्म के करीब ढाई घंटे बाद मंदिर के गर्भगृह में लड्डू गोपाल को विराजमान किया जाएगा।
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