डीजीपी शत्रुजीत कपूर अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए।
पंचकूला में बढ़ते अपराध को लेकर डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि अपराध नियंत्रण का सबसे सरल उपाय हैं कि इसके घटित होने से पहले ही रोकथाम (प्रिवेंशन) के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया
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इसके लिए अधिकारी फील्ड में निकलें और अपराधियों से निपटने के लिए नीचे की पुलिस कर्मचारियों की ब्रीफिंग करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पुलिस अपराधियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें और आमजन के प्रति सहानुभूति तथा संवेदनशीलता का भाव रखें। डीजीपी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
यह बैठक पुलिस मुख्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में अपराध नियंत्रण सहित आमजन की समस्याओं का तत्परता से समाधान करने को लेकर कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश भर के पुलिस आयुक्तों एवं पुलिस अधीक्षकों ने भी भाग लिया।
अपराधियों पर सख्ती हो ताकि निर्भय होकर रहे आमजन डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि अधिकारी डाउन द लाइन यह मैसेज बहुत ही साफ ओर स्पष्ट पहुंचाए कि अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी है। अपराधी पकड़ा जाए तो उससे कानून सम्मत सख्ती से पेश आना है और यदि वह वारदात के बाद फरार है तो उसे जल्दी से जल्दी गिरफ्तार करना है। इसके साथ ही आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर भी नजर रखनी है कि वह कब, कहां और क्या कर रहे हैं और सुनिश्चित करें कि वे दोबारा अपराध न करें।
उन्होंने कहा कि नए कानून में अपराधियों की प्रॉपर्टी को भी अटैच करने का प्रावधान है ऐसे में अधिकारी नियम अनुसार उन पर कार्रवाई करें। इसके साथ ही कपूर ने क्षमता निर्माण को लेकर अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने जिलों में अलग-अलग बैच बनाकर पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण करते रहें और यह कार्य लगातार चलते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन बैच में से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को सूचीबद्ध करें और उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपे। उन्होंने कहा कि हमें पुलिसकर्मियों की क्षमता को पहचानना है और उसी अनुरूप उनसे काम लेना है, इसलिए अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों को पहचाने और उनकी लिस्ट तैयार करें।
डीजीपी बोले- पुलिसकर्मियों के कामों की समीक्षा करें कपूर ने कहा कि अधिकारी पुलिसकर्मियों की कार्य प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए तैयार किए गए आकलन पत्र के मुताबिक पुलिसकर्मियों के कार्य की समीक्षा लगातार करें। यूनिट इंचार्ज हर महीने पुलिसकर्मियों के कार्य का आकलन करें और उनका मार्गदर्शन करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाएं और औसत कर्मियों की जवाब देही तय करें।
कपूर ने कहा कि पुलिस अधिकारी आमजन की समस्याओं का तत्परता से समाधान करने के लिए सार्थक प्रयास करें ताकि आम आदमी निर्भर होकर अपनी शिकायत पुलिस को दे और संबंधित पुलिस अधिकारी का भी कर्तव्य है कि व्यक्ति की शिकायत पर नियमानुसार तथा तत्परता से कार्रवाई करें। उन्होंने यह भी कहा कि प्राप्त शिकायत की रसीद शिकायतकर्ता को जरूर दें और उसका समयबद्ध तरीके से निपटारा करें। साथ ही की गई कार्यवाही के बारे में शिकायतकर्ता से फीडबैक अवश्य ले कि वह पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट है अथवा नहीं और यदि नहीं तो उसे असंतुष्टि का कारण पूछे।