नई दिल्ली2 मिनट पहले
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रविवार को दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके में यमुना नदी में जहरीले झाग देखा गया।
दिल्ली में रविवार सुबह लगातार तीसरे दिन यमुना नदी में जहरीले झाग देखने को मिला है। AAP ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा- यमुना में जहरीला झाग उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के कारण हुआ है। AAP ने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश से यमुना में गंदा पानी छोड़ रही है, जिसके कारण दिल्ली में पानी में झाग बन रहा है। भाजपा सिर्फ गंदी राजनीति कर रही है। दिल्ली में AAP वॉर लेवल पर प्रदूषण से निपटने में लगी है।
इसके जवाब देते हुए ईस्ट दिल्ली से सांसद हर्ष मल्होत्रा ने कहा- AAP सरकार ने 1 हजार करोड़ रुपए प्रदूषण के टैक्स के रूप में कलेक्ट किए थे। दिल्ली की सरकार को बताना चाहिए उस फंड का क्या हुआ। जब यमुना का पानी दिल्ली में आता है, तब इसका ऑक्सीजन लेवल 9 रहता है। जब दिल्ली से निकलता है तब ऑक्सीजन लेवल 0 हो जाता है। दिल्ली में अलग-अलग ड्रेनेज पॉइंट पर मौजूद ड्रेनेज प्लांट काम नहीं कर रहे।
यमुना में जहरीले झाग की 3 तस्वीरें…
कालिंदी कुंज के पास से बह रही यमुना नदी में रविवार सुबह झाग देखा गया।
एक्सपर्ट ने बताया कि यमुना में अमोनिया और फॉस्फेट की मात्रा बहुत ज्यादा है।
ओखला के कालिंदी कुंज में बैराज पर छठ पूजा के लिए श्रद्धालु आएंगे।
भाजपा के 3 आरोप
- अरविंद केजरीवाल सरकार ने यमुना की सफाई को लेकर सिर्फ झूठ और भ्रम फैलाया है। उपराज्यपाल ने यमुना की सफाई के लिए कदम उठाए तो केजरीवाल सरकार ने उन्हें रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
- केजरीवाल ने कहा था कि वे 2025 तक यमुना नदी पूरी तरह से साफ कर दी जाएगी। जब लोग यमुना नदी के पानी में छठ पूजा का त्योहार मनाएंगे, तो उन्हें किन बीमारियों का सामना करना पड़ेगा?
- यमुना की सफाई के लिए आए सारे पैसे विज्ञापनों पर खर्च कर दिए। यमुना नदी की सफाई हमेशा से AAP के लिए एक राजनीतिक मुद्दा रहा है, प्राथमिकता नहीं। जहरीली राजनीति दिल्ली में जहरीली हवा और पानी का कारण है।
AAP का जवाब- प्रदूषण के लिए UP- हरियाणा जिम्मेदार
AAP नेता रीना गुप्ता ने भाजपा के आरोपों को जवाब देते हुए कहा- जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण के मुद्दे प्रशासनिक सीमाओं को पार कर जाते हैं। हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में 30 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 70 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में 30 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
दिल्ली के लगभग 300 किलोमीटर के दायरे में एक एयरशेड है। सुप्रीम कोर्ट ने कई बार कहा है कि इस मुद्दे को हल करने के लिए सभी राज्य सरकारों को मिलकर काम करने की जरूरत है। हालांकि, केवल दिल्ली और पंजाब में AAP सरकारें ही इससे सक्रिय रूप से निपट रही हैं।
झाग को लेकर दिल्ली सरकार का एक्शन दिल्ली में यमुना नदी में झाग को लेकर दिल्ली जल बोर्ड ने 18 अक्टूबर को मीटिंग की थी। इसमें छठ पूजा के दौरान झाग न रहे, इसे लेकर चर्चा की गई। दरअसल, हर साल ओखला के कालिंदी कुंज में बैराज पर छठ पूजा के दौरान नदी में डुबकी लगाने के लिए सैकड़ों भक्त आते हैं।
बैठक में भाग लेने वाले एक अधिकारी ने कहा कि किया कि छठ पूजा से पहले और उसके दौरान ओखला बैराज के डाउनस्ट्रीम में पोर्टेबल एंटी-सर्फेक्टेंट स्प्रिंकलर लगाया जाएगा। वहीं कालिंदी कुंज में नदी और नालों के तल को साफ करने का काम किया जाएगा।
एक्सपर्ट बोले- जहरीला झाग से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक यमुना नदी में जहरीले झाग को लेकर एक्सपर्ट का कहना है कि इसमें अमोनिया और फॉस्फेट की मात्रा बहुत ज्यादा है। इससे स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। छठ पूजा जैसे प्रमुख त्योहार नजदीक आ रहे हैं। इस दौरान जहरीले झाग की वजह से दिक्कत हो सकती हैं।
दिल्ली में हवा भी प्रदूषित
सुबह करीब 9 बजे आसमान में धुंध भी छाई रही। फोटो इंडिया गेट की है।
दिवाली में यमुना में झाग के अलावा हवा प्रदूषण भी देखने को मिल रहा है। रविवार सुबह दिल्ली के वातारवरण में धुंध की परत छाई नजर आई। अक्षरधाम मंदिर और आसपास के इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 353 और आनंद विहार में 454 दर्ज किया गया, जिसे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया है।
दिल्ली में पॉल्यूशन पर इमरजेंसी मीटिंग हुई दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पॉल्यूशन को लेकर 18 अक्टूबर को इमरजेंसी मीटिंग की थी। उन्होंने कहा कि कुल 13 हॉटस्पॉट हैं, जहां AQI 300 को पार कर गया है। मंत्री ने अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए और कहा- पॉल्यूशन इतना ज्यादा क्यों हो रहा है, इसकी वजह पता करें।
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दिल्ली में पटाखे बैन, ऑनलाइन डिलीवरी भी नहीं होगी, 1 जनवरी तक लागू रहेगा
तस्वीर अहमदाबाद की है, जहां रविवार को एक कर्मचारी पटाखों की पैकिंग करता देखा गया। ये पटाखे देश भर में सप्लाई किए जाने हैं।
दिवाली से पहले दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने 1 जनवरी 2025 तक पटाखों को बैन कर दिया है। सरकार के आदेश के मुताबिक पटाखे बनाने, उन्हें स्टोर करने, बेचने और इस्तेमाल पर बैन है। इतना ही नहीं पटाखों की ऑनलाइन डिलीवरी भी प्रतिबंधित रहेगी। पूरी खबर पढ़ें…