भागलपुर का तिलकामांझी विश्वविद्यालय एक बार फिर विवादों में घिर गया है। फर्जी सर्टिफिकेट देने के मामले में अब तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है। जिसको लेकर सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्र-छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया है।
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कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल का पुतला दहन किया। प्रदर्शनकारी छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह संस्थान अब शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि “दलालों का अड्डा” बन गया है। हर बार जांच कमेटी बनाई जाती है, लेकिन उन कमेटियों की रिपोर्ट कभी सार्वजनिक नहीं होती। इससे छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
ABVP छात्र नेता कुणाल पांडे ने कुलपति को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 24 घंटे के अंदर जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जाती है, तो वे और उग्र आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे। विरोध प्रदर्शन के कारण विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहे।
छात्रों ने कुलपति का पुतला फूंका है।
भ्रष्टाचार की जांच रिपोर्ट हो तुरंत सार्वजनिक
छात्र नेता आशुतोष सिंह तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच रिपोर्ट तुरंत सार्वजनिक की जाए। दलाली और बिचौलियों की भूमिका पर कार्रवाई हो। छात्रों की समस्याओं का समय पर समाधान किया जाए।
कुलपति के कार्यकाल में परीक्षा विभाग और विश्वविद्यालय दलाली का अड्डा बन गया है। कुलपति के नाक के नीचे सब कुछ हो रहा है और इन्हें भी सब कुछ पता है। लेकिन, आज ये इस चीज को ढक रहे हैं।
तीन साल में पहली बार दौरा करते है और कहते है कि यहां पानी टपक रहा है। यही काम ये पहले करते तो ये स्थिति यहां नहीं होती। निष्पक्ष जांच हो और दोषी को बर्खास्त किया जाए। किसी और का पाप किसी और के सिर पर नहीं डाले।

छात्र नेता ने प्रदर्शन किया है।
बता दें कि हाल के दिनों में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में एक स्टूडेंट से 4 हजार लेकर फर्जी अंग पत्र बनाने का मामला सामने आया था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता के साथ मारपीट की घटना हुई थी। इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से संतुष्ट जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया, जिसको लेकर छात्र नेताओं में आक्रोश है।