रोडवेज बस स्टेशन वाराणसी में बरामद तोते
पक्षियों की तस्करी के लिए आजकल तस्कर सरकारी एयर कंडीशन बस का उपयोग कर रहे हैं। वन विभाग की टीम ने कानपुर से बनारस वाया प्रयागराज आने वाली जनरथ बस से 30 नवजात तोते बरामद किए हैं। वन विभाग के हाथ तस्करी करने वाला नहीं लगा। फिलहाल वन विभाग की टीम ने बरा
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यात्रियों के उतरने के बाद बस से आने लगी आवाज
कानपुर, प्रयागराज से यात्रियों को लेकर जनरथ बस UP 65 FT 1278 वाराणसी के चौधरी चरण सिंह बस स्टेशन वाराणसी पहुंची। यात्रियों के उतरने के बाद जब बस खाली हुई तो पक्षियों के शोर मचाने की आवाज सुनाई दी। बस चालक और कंडक्टर ने बस की पिछली सीट पर एक झोला देखा। झोले में नवजात तोते थे। चालक ने यात्रियों से झोले के बारे में पूछा लेकिन किसी ने तोते को लेकर अपना दावा नहीं किया।
वन विभाग ने लिया कब्जे में
बस चालक ने नवजात तोते की जानकारी वन विभाग को फोन करके दी। सूचना पर वन सुरक्षा दल के प्रभारी राजकुमार गौतम, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी राहुल कुमार टीम के साथ रोडवेज बस स्टेशन पहुंचे। बरामद झोले में 30 नवजात तोते मिले जिसे वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया। तस्कर की तलाश में वन विभाग की टीम बस स्टेशन पर काफी देर तक रही लेकिन कोई हाथ नहीं आया। बरामद पक्षियों को वन विभाग ने अपने कब्जे में लिए और उन्हें सारनाथ स्थित पक्षी विहार लाया। वहां इन्हें दाना पानी दिया गया। वन विभाग ने बरामद पक्षियों को लेकर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
07 साल तक की है सजा
उक्त प्रजाति के पक्षी वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत प्रतिबंधित है। वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के धारा 9 एवं 51 का उल्लंघन मानते हुए वन विभाग ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है जिसके अंतर्गत अभियुक्त की 07 साल की सजा का प्राविधान है।