छात्र की हालत में अब सुधार है। जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में बुधवार शाम को बीएससी के एक छात्र तभीयत अचानक खराब हो गई। पहले वह दर्द से कराहने लगा और फिर गश खाकर बेहोश हो गया। छात्र की हालत देखकर मौके पर मौजूद अन्य छात्रों ने मामले की जानकारी तत्काल प्रोफेसरों को दी।
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मौके पर पहुंचे प्रोफेसरों ने छात्रों की मदद से आनन-फानन में बेहोश छात्र को जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। कई घंटे इलाज चलने के बाद छात्र को होश आया, जिसके बाद एएमयू के अधिकारियों ने राहत की सांस ली। वहीं छात्र अभी भी मेडिकल कालेज में भर्ती है और उसका चिकित्सीय परीक्षण किया जा रहा है।
पीलीभीत का रहने वाला है छात्र
एएमयू से बीएससी की पढ़ाई कर रहा छात्र शमुन पत्र रईस मूल रूप से पीलीभीत का रहने वाला है। वह एएमयू में ही हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा है। आमतौर पर हर दिन की तरह बुधवार को भी वह बीएससी डिपार्टमेंट की लाइब्रेरी में पढ़ाई करने गया था।
लाइब्रेरी में पढ़ाई करते-करते ही अचानक उसे सीने में दर्द उठा था। जिसके कारण लोगों ने इसे हार्ट अटैक समझ लिया। दर्द के कारण छात्र मौके पर ही बेहोश भी हो गया था। इस कारण उसके साथी और शिक्षक भी काफी डर गए थे। लेकिन जब उसकी हालत में सुधार आया तब जाकर शिक्षकों ने राहत की सांस ली।
हार्ट अटैक से मौत की सूचना पर दौड़े अधिकारी
अलीगढ़ में पिछले कुछ महीनों में हार्ट अटैक कई मौतें हो चुकी हैं। 24 साल के सेना के जवान के साथ ही 14 साल के बच्चे और 8 साल की बच्ची की मौत सभी को चौकाने वाली थी। ऐसे में जब एएमयू छात्र की हालत खराब हुई तो सभी ने यह समझा की उसे भी हार्ट अटैक आया है।
वहीं पूरी यूनिवर्सिटी में हार्ट अटैक के कारण छात्र की मौत की सूचना भी फैल गई। छात्र की मौत की सूचना मिलने पर यूनिवर्सिटी के अधिकारी और प्रॉक्टर भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने डॉक्टरों से बातचीत की, जिसके बाद उन्हें छात्र के खतरे से बाहर होने की बात पता चली। फिर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
एएमयू के डिप्टी प्रॉक्टर प्रो. नवाज अली जैदी ने बताया कि सर्दी लगने के कारण छात्र की तभीयत खराब हो गई थी। मेडिकल कालेज में उसका इलाज जारी है और उसकी हालत खतरे के बाहर है। चिकित्सीय टीम से बातचीत की गई है कि छात्र के इलाज में बिल्कुल कोताही न बरती जाए।