सचिन तेंदुलकर से हुए मुलाकात को विष्णु ने बताया सबसे खास अनुभव।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में मुंबई में वार्षिक अवॉर्ड समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर समेत देशभर के 26 बेहतरीन क्रिकेटरों को सम्मानित किया गया।
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मध्यप्रदेश के एकमात्र खिलाड़ी विष्णु भारद्वाज को भी ‘नमन अवॉर्ड’ से नवाजा गया। चंबल की धरती के इस लाल को सम्मान मिलने पर भिंडवासियों में खुशी का माहौल है।
सचिन तेंदुलकर से मुलाकात को बताया खास पल दैनिक भास्कर से बातचीत में विष्णु भारद्वाज ने कहा कि सबसे खास पल तब था जब उनकी मुलाकात सचिन तेंदुलकर से हुई। उन्होंने इस मुलाकात को खास पल बताया। विष्णु का कहना है कि-
“सचिन सर से मिलना मेरे लिए एक अलग अनुभव था। वे बड़ी सादगी से मिले। ऐसा बिल्कुल महसूस नहीं हुआ कि पहली बार मुलाकात हो रही है। उन्होंने मुझसे प्यार से हाथ मिलाया, मेरी पीठ थपथपाई और कहा- कॉन्ग्रैचुलेशन्स, कीप गोइंग। उन्होंने मुझे मोटिवेट किया और कहा कि जो भी अवसर मिले, उसकी कद्र करो, इससे आगे बढ़ने का रास्ता खुद खुलता जाएगा,”
मुंबई में ‘नमन अवॉर्ड’ से सम्मानित होते हुए विष्णु भारद्वाज।
सचिन से हुई पहली मुलाकात को कभी नहीं भूलेंगे विष्णु बोले- सम्मान समारोह में उन्होंने देशभर के क्रिकेटर्स से मुलाकात की। हालांकि, कुछ खिलाड़ियों से वे इंग्लैंड दौरे पर नेट प्रैक्टिस बॉलर के रूप में चयनित होने के दौरान मिल चुके थे, लेकिन सचिन तेंदुलकर से यह पहली मुलाकात थी, जिसे वे कभी नहीं भूलेंगे।
लोगों के लिए अब भी चंबल की पहचान डाकू और बंदूक विष्णु भारद्वाज ने कहा कि जब वे दूसरे राज्यों में खेलने जाते हैं, तो लोग चंबल को अब भी डाकू और बंदूकों की वजह से पहचानते हैं। उन्होंने कहा कि अब लोगों को ये समझ में आने लगा है कि चंबल पूरी तरह शांतिपूर्ण इलाका है और यहां से अच्छे खिलाड़ी निकल रहे हैं।
कूच बिहार ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन पर मिला सम्मान विष्णु भारद्वाज को ये सम्मान कूच बिहार ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए मिला है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य भारतीय टीम के लिए खेलना है। वे इससे पहले हर दिन 6-7 घंटे अभ्यास करते थे, लेकिन अब वे और अधिक मेहनत करेंगे।

अवॉर्ड समारोह में हार्दिक पांड्या के साथ विष्णु।
पूरे परिवार में खुशी का महौल विष्णु भारद्वाज को नमन अवॉर्ड मिलने पर पूरे परिवार में खुशी का महौल है। उनके पिता गणेश भारद्वाज समाजसेवी हैं और मां गृहिणी हैं। विष्णु तीन बहनों के बीच अकेले भाई हैं। उनकी सबसे बड़ी बहन दिव्या, दूसरी बहन प्रगति और सबसे छोटी बहन खुशी हैं।
क्रिकेट के लिए बहन की शादी तक छोड़ी विष्णु जब सातवीं कक्षा में थे, तभी से क्रिकेट में अपना हुनर दिखाने लगे थे। क्रिकेट के प्रति उनके समर्पण का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे अपनी बड़ी बहन की शादी में भी शामिल नहीं हो पाए, क्योंकि उस समय वे मैच खेल रहे थे।

भिंड में अपने घर पर दादा-दादी व माता-पिता के साथ विष्णु भारद्वाज।
विष्णु भारद्वाज की ये उपलब्धि भिंड और पूरे मध्य प्रदेश के लिए गर्व की बात है। अब चंबल के लोगों का सपना है कि वे भारत के लिए खेलें और अपने प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करें। सचिन तेंदुलकर से मिली प्रेरणा उनके करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकती है।
बीसीसीआई अवॉर्ड्स 2023-24 के सम्मानित क्रिकेटरों में विष्णु भारद्वाज को भी सम्मानित किया गया। अंडर-19 कूच बिहार ट्राफी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के लिए उन्हें एम.ए चिदंबरम ट्राफी दिया गया।
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मध्य प्रदेश के चंबल संभाग के भिंड शहर के युवा क्रिकेटर विष्णु भारद्वाज को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एमए चिदंबरम ट्रॉफी 2023-24 से सम्मानित किया है। यह प्रतिष्ठित अवॉर्ड उन्हें 1 फरवरी की शाम मुंबई में आयोजित बीसीसीआई के वार्षिक सम्मान समारोह ‘नमन अवॉर्ड्स’ में दिया गया। देशभर से चयनित 28 क्रिकेटरों में विष्णु भी शामिल रहे। इस समारोह में दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। पढ़ें पूरी खबर