बीएचयू में पीएचडी प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है इसके लिए बीएचयू नोटिफिकेशन जारी करेगा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से नेट और जेआरएफ क्वालिफाइड अभ्यर्थियों के डेटा का लिंक बीएचयू को दे दिया गया है।
.
अब बीएचयू के अधिकारी जल्दी नियमावली के लिए कमेटी गठित करेंगे और उसके बाद इसकी रिपोर्ट दे दी जाएगी। दरअसल, इससे पूर्व में बीएचयू पीएचडी प्रवेश परीक्षा को लेकर छात्रों ने बड़ा आंदोलन किया था इसके बाद इसके नियमों में थोड़ा फिर बदल करने के भी असर दिखाई दे रहे हैं।
10 बिंदुओं पर होगी चर्चा
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि कुलपति की मुहर के बाद पीएचडी बुलेटिन में बदलाव किया जा सकता है। इसके बाद ऑनलाइन पोर्टल पर प्रवेश का लिंक जारी किया जाएगा। बीएचयू में दीक्षांत के ठीक बाद पीएचडी बुलेटिन जारी होना था, लेकिन कमेटी की अनुशंसा विचाराधीन है। जबकि छात्रों की ओर से 10 बिंदुओं में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया के नियमों में बदलाव की मांग की थी। पिछले दो महीने से प्रवेश प्रक्रिया लटकी हुई है।
यह उस समय की तस्वीर है जब छात्रों ने पीएचडी प्रवेश नियमावली पर विरोध प्रदर्शन किया था।
4 संबद्ध कॉलेजों की भी 100 से ज्यादा सीटें
परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के अनुसार, 2024-25 सत्र के पीएचडी प्रवेश में 1500 से ज्यादा सीटाें पर प्रवेश लिया जाएगा। इसमें चारों संबद्ध कॉलेजों की भी 100 से ज्यादा सीटें होंगी। इस बार बीएचयू रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट (आरईटी) के तहत पीएचडी कोर्स में प्रवेश नहीं लेगा। सिर्फ नेट, जेआरएफ और पीएचडी के लिए क्वालिफाइड अभ्यर्थियों को ही इंटरव्यू के लिए कॉल लेटर जारी किया जाएगा।
छात्रों ने कहा सही तरीके से बने नियम
बीएचयू के छात्रों ने कहा कि हमने पूर्व में विश्वविद्यालय में धरना दिया था जिसमें हमारा कहना था कि पीएचडी प्रवेश को लेकर डिपार्टमेंट द्वारा सही तरीके से सीट निकलना चाहिए,आरक्षण रोस्टर सही तरीके से लागू किया जाना चाहिए ,RET में भी JRF को अधिक नंबर दिया जाना, सीट के सापेक्ष केवल 4 गुना अभ्यर्थियों का इंटरव्यू, अफ़्लेटेड कॉलेज की सीट्स को नहीं निकाला जाना सहित अन्य मुद्दों पर बात उठाई थी। छात्रों ने कहा कि हमें यह उम्मीद है कि विश्वविद्यालय बैठक कर इन सभी मुद्दों पर विचार करके अपना अंतिम नोटिफिकेशन जारी करेगा।