मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात करते हुए हुड्डा खाप का प्रतिनिधिमंडल
हरियाणा में बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल की 25 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म दो पत्ती पर उठे विवाद का मामला पीएम मोदी तक पहुंच गया है। इससे पहले सर्व हुड्डा खाप ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी। खाप के पदाधिकारियों ने सीएम से कार्रवाई की मांग क
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लेकिन अभी तक एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर सर्व हुड्डा खाप की ओर से गठित कमेटी के सदस्य सुरेंद्र हुड्डा ने पीएम नरेंद्र मोदी से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए दो पत्ती फिल्म के विवादित शब्दों को हटाने की अपील की है।
सुरेंद्र हुड्डा द्वारा सोशल मीडिया एक्स पर डाली गई पोस्ट
ये है विवाद
हुड्डा खाप का कहना है कि 25 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म दो पत्ती में हुड्डा गोत्र पर टिप्पणी की गई है। इस टिप्पणी को फिल्म से हटाया जाना चाहिए और फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और इसे प्रसारित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म के कर्ताधर्ता को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
हुड्डा खाप का कहना है कि फिल्म ‘दो पत्ती’ में एक सीन है, जिसमें एक कलाकार पर कोर्ट में आरोप लगाया जाता है, जो कह रहा है, ‘हत्या यह नहीं होती। हत्या तो वह थी जो हमारे पड़ोस में हुड्डा रहते हैं, जिन्होंने अपनी बहू को सरेआम जिंदा जला दिया।’ हुड्डा खाप को फिल्म में की गई इस टिप्पणी पर आपत्ति है।
10 नवंबर को हुई थी पंचायत
25 अक्टूबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर फिल्म दो पत्ती रिलीज होने के बाद 10 नवंबर को रोहतक के बसंतपुर गांव स्थित सर्व हुड्डा खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर पंचायत हुई थी। इसमें खाप के 45 गांवों के प्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया था। इसमें एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया था।
दो पत्ती फिल्म के खिलाफ पंचायत करते हुए लोग।
सुरेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कमेटी के सदस्यों ने सीएम सैनी से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने बताया कि फिल्म दो पत्ती के एक डायलॉग से जाट समाज के हुड्डा गोत्र को बदनाम किया जा रहा है। इस विवादित मामले को लेकर सीएम सैनी से मुलाकात हो चुकी है। जिस तरह से फिल्म में हुड्डा गोत्र को बदनाम करने की साजिश की गई है, यह आपराधिक मामला है।
खाप ने भेजा नोटिस, निर्माताओं ने दिया जवाब
सुरेंद्र हुड्डा ने कहा कि फिल्म रिलीज होने के अगले ही दिन इसके निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और नेटफ्लिक्स को नोटिस जारी किया गया। इसके जवाब में नेटफ्लिक्स और फिल्म निर्माताओं ने कहा है कि नोटिस में जिस घटना का आरोप लगाया गया है, वह फिल्म में घटित हुई है। लेकिन, यह फिल्म निर्माता और अभिनेता की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत है, और हुड्डा शब्द का प्रयोग महज एक संयोग है।
सुरेंद्र ने कहा कि देश का कानून किसी की सामाजिक प्रतिष्ठा खराब करने और सम्मान को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं देता। फिल्म में प्रसारित विवादित डायलॉग से पूरी हुड्डा खाप की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। जाट समाज के हुड्डा गोत्र को साजिश के तहत बदनाम किया गया है।