ज्येष्ठ मास के सभी मंगलवार को बड़े मंगल या बुढ़वा मंगल कहते हैं. अब तक तीन मंगलवार बीत चुके हैं और अब 2 जून को चौथा मंगलवार आने वाला है, जिसका हनुमानजी के भक्त बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अगर आप भी जीवन की परेशानियों से मुक्ति चाहते हैं तो ज्येष्ठ मास के मंगलवार का अवश्य उपवार रखें और हनुमानजी को सिंदूर व चोला अर्पित करें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बड़े मंगल के दिन हनुमानजी के नाम और मंत्र का जप करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है और कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है. आइए जानते हैं हनुमानजी के मंत्र और नाम…
हनुमानजी के 12 नाम (द्वादश नाम स्तोत्र)
हनुमानजी के ये 12 नाम ब्रह्मवैवर्त पुराण और तांत्रिक परंपरा में विशेष रूप से उल्लेखित हैं:
1- ॐ हनुमान् – संकटमोचक, बल और बुद्धि का प्रतीक
2- ॐ अञ्जनीसुत – अंजना माता के पुत्र
3- ॐ वायुपुत्र – पवनदेव के अंशावतार
4- ॐ महाबल – महाबली, अद्भुत शक्ति संपन्न
5- ॐ रामेष्ट – श्रीराम को अति प्रिय
6- ॐ फाल्गुनसख – अर्जुन (फाल्गुन) के मित्र
7- ॐ पिङ्गाक्ष – तांबे जैसे नेत्र वाले
8- ॐ अमितविक्रम – जिनका पराक्रम अपार है
9- ॐ उदधिक्रमण – समुद्र लांघने वाले
10- ॐ सीताशोकविनाशन – माता सीता का दुःख दूर करने वाले
11- ॐ लक्ष्मणप्राणदाता – लक्ष्मणजी को जीवनदान देने वाले
12- ॐ दशग्रीवदर्पहा – रावण के अभिमान का नाश करने वाले
हनुमानजी के इन 12 नामों का हर दिन सुबह व शाम के समय जप करने से शत्रु भय, भूतबाधा, रोग, ग्रहदोष, और आकस्मिक संकट से रक्षा होती है.
🕉️ शक्तिशाली हनुमान मंत्र (सर्वसंकट नाशक)
यह मंत्र तांत्रिक ग्रंथों और लाल किताब में प्रयोग हेतु बताया गया है:
ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नमः
हनुमान बीज मंत्र
ॐ हं हनुमते नमः
हनुमान मूल मंत्र
ॐ श्री हनुमते नमः
पंचमुखी हनुमान मंत्र
ॐ नमो भगवते पञ्चवदनाय पूरवकपिमुखाय सकल शत्रुसंहारणाय स्वाहा।
हनुमान गायत्री मंत्र
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमान: प्रचोदयात्॥
संकटमोचन मंत्र
ॐ ऐं भ्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः।