अररिया जिले के आरएस वार्ड संख्या चार निवासी सीआईएसएफ जवान धर्मजीत कुमार सिंह (उर्फ धर्मेंद्र) की मौत पटना रेलवे स्टेशन के बाहर डीलक्स शौचालय में हृदय गति रुकने से हो गई। वह छुट्टी पर घर आए थे और ड्यूटी जॉइन करने के लिए गुजरात के भुज एयरपोर्ट लौट रहे
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धर्मजीत कुमार सिंह गुजरात के भुज एयरपोर्ट पर तैनात थे और वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। परिवार के अनुसार, वह इलाज के लिए अररिया आए थे और छुट्टी के बाद 26 दिसंबर को वापस ड्यूटी पर लौटने के लिए पटना रेलवे स्टेशन से यात्रा कर रहे थे। हालांकि, पटना रेलवे स्टेशन के बाहर डीलक्स शौचालय में अचानक उनकी हृदय गति रुक गई, जिससे उनकी मौत हो गई।
शोक की लहर
धर्मजीत कुमार सिंह का पार्थिव शरीर रविवार को अररिया उनके पैतृक आवास पहुंचा, जहां परिजनों और स्थानीय लोगों के बीच शोक की लहर दौड़ गई। अररिया पुलिस बल ने सीआईएसएफ जवान को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया। इस दौरान अररिया आरएस थाना के अपर थाना अध्यक्ष विनोद कुमार, एसआई गणेश कुमार और सीआईएसएफ के जवान मौजूद थे।
परिवार और सहयोग
धर्मजीत कुमार सिंह अपने पीछे पत्नी, 7 साल का बेटा और 5 साल की बेटी को छोड़ गए हैं। वह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे और सभी भाई सेना में अपनी सेवा दे रहे थे। उनके निधन पर क्षेत्र के पूर्व सैनिकों ने गहरी संवेदना व्यक्त की और उनके परिवार के साथ खड़ा होने का आश्वासन दिया। पूर्व सैनिक खगेंद्र यादव ने सरकार से सीआईएसएफ जवान के परिजनों को शीघ्र सहायता राशि देने की मांग की।
इस दौरान पूर्व सैनिक रणजीत सिंह, मोहन मेहता, रामदेव मेहता, नंदन यादव, चंदन यादव, गुड्डू खान, सीताराम महतो, नीरज झा सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।