स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को मुंगेर सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राम प्रवेश प्रसाद को नया सिविल सर्जन नियुक्त किया है। वे बुधवार सुबह 11 बजे पदभार ग्रहण करेंगे। उन्हें वित्तीय शक्तियों के साथ असैनिक शल्य चिकित्सक और मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी
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डॉ. राम प्रवेश ने कहा कि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाना उनकी प्राथमिकता है। मरीजों को समय पर और बेहतर इलाज मिले, यह सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो चिकित्सक ठीक से काम नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अगले दो सप्ताह में स्वास्थ्य विभाग में सुधार का वादा किया है।
सदर अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं को लेकर सभी चिकित्सकों के साथ बैठक की जाएगी। उल्लेखनीय है कि डॉ. प्रवेश ने 17 मई की शाम को अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने परिसर में घूम रहे निजी अस्पताल के दलालों को देखकर कर्मचारियों को चेतावनी दी थी।
सीनियॉरिटी के तौर पर बने थे CS
स्वास्थ्य विभाग ने सीनियॉरिटी के तौर पर उन्हें मुंगेर का सिविल सर्जन बनाया। नए सिविल सर्जन दो रामप्रवेश मुंगेर के ही रहने वाले हैं। जबकि सदर अस्पताल के सबसे सीनियर चिकित्सा के रूप में जाने जाते हैं।बता दें कि 31 मई को निवर्तमान सिविल सर्जन डाॅ. विनोद कुमार सिन्हा सेवानिवृत्त हुए थे। अधिसूचना जारी नहीं होने के कारण डीएम के आदेश पर डाॅ. ध्रुव कुमार को प्रभारी सिविल सर्जन बनाया गया था।
DM से शिकायत करते ही जारी हुआ नोटिस
हालांकि यह भी एक इत्तफाक ही है कि मंगलवार को डीएम अरविंद कुमार वर्मा जब सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण कर रहे थे। इसी दौरान महिला वार्ड के पास डीएम डॉ राम प्रवेश प्रसाद ने डीएम से कहा कि यहां सबसे सीनीयर हम ही हैं, फिर भी हमें सीएस का प्रभार नहीं मिला।
इसके बाद डीएम ने डीएस के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा कि हतोत्साहित नहीं होना चाहिए। काम करते जाइए, फल जरूर मिलेगा और कुछ ही देर बाद स्वास्थ्य विभाग ने एक नोटिफिकेशन जारी किया। जिसमें मुंगेर के नए सिविल सर्जन के पद पर डॉ राम प्रवेश प्रसाद का नाम लिखा हुआ था।