गुरुग्राम के गांवों में रात के समय संदिग्ध ड्रोन के बारे में जानकारी दे रहे ग्रामीण।
गुरुग्राम के कई गांवों में रात के समय रहस्यमयी ड्रोन दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। सोमवार रात को जोनियावास गांव के लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम और फर्रुखनगर थाना को सूचना दी, लेकिन पुलिसकर्मी भी आसमान में उड़ रहे इन भारी ड्रोन के बारे म
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ड्रोन किसने उड़ाए और इसका मकसद क्या है, इस पर पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है, जिससे ग्रामीणों में डर बढ़ गया है।
पुलिस की कार्रवाई नहीं होने पर स्थानीय लोग अब सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से इन घटनाओं को उजागर करने लगे हैं। एक ग्रामीण ने वीडियो बनाकर इस मामले को सामने लाया और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।

भारी भरकम ड्रोन से लोगों में डर जोनियावास के रहने वाले एडवोकेट सुमेर यादव ने बताया कि ये ड्रोन निचली ऊंचाई पर उड़ते हैं और उनके पास लाल व हरी रोशनी देखी गई है। ग्रामीणों में इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि इन ड्रोन का इस्तेमाल निगरानी, चोरी या किसी अन्य आपराधिक गतिविधि के लिए किया जा सकता है। क्योंकि ये इतने भारी भरकम है कि ये किसी व्यक्ति को आसानी से उठा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सुरक्षा खतरे में है। यह ड्रोन कौन उड़ा रहा है, इसका पता लगाना जरूरी है। हम रात को डर के साये में जी रहे हैं। रात के समय गांवों में अंधेरा होने के कारण ड्रोन की गतिविधियों को ट्रैक करना मुश्किल हो रहा है।

गुरुग्राम के जोनियावास गांव में रात के समय कई बड़े ड्रोन उड़ते देखे जा रहे हैं। जिनसे ग्रामीणों में डर बना हुआ है।
नो-फ्लाइंग जोन है गुरुग्राम एयरपोर्ट के नजदीक होने और देश की सुरक्षा से जुड़ी सैन्य मूवमेंट के चलते गुरुग्राम नो फ्लाइंग जोन में आता है। ड्रोन, हॉट बैलून या इस तरह की गतिविधियों के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है। ऐसे में इन ड्रोन संचालन के लिए परमिशन ली गई है या नहीं यह भी बड़ा सवाल है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर जांच जरूरी ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन ड्रोन उड़ाने वालों की पहचान करे और इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाए। साथ ही, रात के समय गांवों में गश्त बढ़ाने और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की जरूरत है। यह मामला न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ड्रोन का दुरुपयोग आतंकी गतिविधियों या अन्य अवैध कार्यों के लिए हो सकता है।
दरअसल हरियाणा सरकार ने पहले भी सुरक्षा कारणों से ड्रोन पर प्रतिबंध लगाया था और अब इस नई घटना के बाद प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
ड्रोन की जांच करेगी पुलिस इस बारे में फर्रुखनगर थाना प्रभारी संतोष का कहना है कि इस मामले की जांच की जाएगी। अभी तक किसी तरह की कोई घटना सामने नहीं आई है। फिर भी ग्रामीणों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की गई है। लोगों से कहा गया है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।
फरीदाबाद में आ चुका है मामला यह पहली बार नहीं है जब हरियाणा में ड्रोन से संबंधित चिंताएं सामने आई हैं। हाल ही में फरीदाबाद के तिगांव और छांयसा क्षेत्रों में भी ड्रोन उड़ने की खबरें आई थीं, जिसके बाद जिला प्रशासन ने इन क्षेत्रों को नो-फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया था।