8 मिनट पहले
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90 के दशक के पॉपुलर एक्टर गोविंदा के पैर में गोली लगी है। एक अक्टूबर के तड़के सुबह एक्टर को अपनी ही रिवॉल्वर से हुई मिसफायरिंग से गोली लगी थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के क्रिटी केयर हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। जिस समय ये हादसा हुआ था, तब उनकी पत्नी सुनीता आहूजा जयपुर में थीं। वो खबर सुनकर मुंबई लौट आई हैं। आज वो अस्पताल पहुंचीं हैं, जहां से उन्होंने गोविंदा की हेल्थ पर अपडेट दिया है।
सुनीता आहूजा ने हॉस्पिटल के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा है, सर की तबीयत अभी ठीक है। आज उन्हें नॉर्मल वॉर्ड में शिफ्ट करेंगे हम लोग। कल से बहुत बेहतर हैं। मेरे ख्याल से कल या परसो उन्हें डिस्चार्ज कर देंगे। आप सबके आशीर्वाद और फैंस के आशीर्वाद से वो एकदम ठीक हो गए हैं।
कुछ महीनों बाद वो फिर डांस करने लगेंगे- सुनीता
आगे उन्होंने कहा है, हर जगह पूजा प्रार्थना चल रही है सर के लिए। उनकी बहुत फैन फॉलोविंग है, हर जगह। मंदिरों में दरगाहों में पूजा प्रार्थना चल रही है। सबके आशीर्वाद से सर की तबीयत एकदम ठीक है। मैं बोलना चाहूंगी फैंस से कि आप लोग पैनिक मत होइए, सर एकदम ठीक हैं। कुछ महीनों बाद सर फिर से डांस करने लगेंगे।
जिस समय हादसा हुआ, तब मुंबई में नहीं थीं सुनीता आहूजा
सुनीता आहूजा के मैनेजर सौरभ प्रजापति ने दैनिक भास्कर से हुई बातचीत में बताया है कि जिस समय गोविंदा के पैर में गोली लगी थी, तब सुनीता मुंबई में नहीं थीं। वे 29 सितंबर को खाटूश्याम बाबा के दर्शन करने जयपुर गई हुई थीं। उन्होंने 30 सितंबर को मंदिर के दर्शन किए थे। वो 1 अक्टूबर की दोपहर को मुंबई आने वाली थीं, लेकिन उससे पहले ही उन्हें गोविंदा के साथ हुए हादसे की खबर मिल गई। ऐसे में वो दोपहर की जगह सुबह साढ़े 9 बजे ही जयपुर से मुंबई के लिए रवाना हो गई थीं।
जिस वक्त गोविंदा के पैर में गोली लगी वो उस समय कोलकाता रवाना होने की तैयारी कर रहे थे। सुबह उन्होंने अपनी रिवॉल्वर साफ की। जब वो उसे अलमारी में रख रहे थे, तब रिवॉल्वर गिर गई, जिससे हुई मिसफायरिंग से गोली उनके पैर पर लगी। उनका काफी खून बह गया था, जिसके बाद उनकी बेटी टीना और क्रिटी केयर हॉस्पिटल के डॉक्टर अग्रवाल उन्हें लेकर हॉस्पिटल पहुंचे थे। हॉस्पिटल में सर्जरी की मदद से गोविंदा के पैर से गोली निकाली गई थी।
मुंबई पुलिस ने परिवार से की पूछताछ, रिवॉल्वर जब्त
गोविंदा के पैर में गोली लगने के मुंबई पुलिस मंगलवार दोपहर को गोविंदा के घर पहुंची थी। इसके बाद पुलिस ने परिवार के बयान दर्ज किए हैं। जांच के लिए गोविंदा की गन जब्त कर ली गई है।
हादसे से गोली लगने पर खड़े हुए कई सवाल
बताया जा रहा है कि रिवॉल्वर हाथ से गिरने पर गोविंदा को गोली लगी है। हालांकि ऐसा होना संदिग्ध है, क्योंकि जब गन का इस्तेमाल नहीं होता, तब उसे सेफ्टी लॉक में रखा जाता है। ऐसे में सवाल है कि क्या गोविंदा बिना सेफ्टी लॉक लगाए ही गन क अलमारी में रख रहे थे।
दूसरा सवाल ये है कि अगर सेफ्टी लॉक न भी हो, तब भी रिवॉल्वर गिरने पर फायर होना मुमकिन नहीं है, क्योंकि ऐसे में ट्रिगर गार्ड फायर होने से रोक सकता था।
तीसरा सवाल कि अगर गलती से गोली चलती भी तो रिवॉल्वर का बैरल ऊपर की तरफ होता, न कि घुटने की ओर।
चौथा सवाल, अगर गोविंदा शहर से बाहर जा रहे थे, तो उन्हें गन लोडेड क्यों रखी थी। क्योंकि आमतौर पर रिवॉल्वर को लोड करके नहीं रखा जाता।
पांचवां सवाल, रिपोर्ट्स में कई बार सामने आया है कि गोविंदा पैरानोइया के लिए डॉक्टर्स से परामर्श ले रहे हैं, ऐसे में क्या वो लोडेड गन रखने की स्थिति में थे।
रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि गोविंदा की रिवॉल्वर 0.32 बोर की थी। जबकि उनके पैर से निकाली गई गोली 9 एमएम की है। सवाल ये है भी है कि 0.32 बोर की रिवॉल्वर में 9 एमएम की गोली कैसे आ सकती है।
माना जा रहा है ये वही बुलेट है, जिसे गोविंदा के पैर से निकाला गया है।