7 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
इमरान हाशमी का नाम आते ही सबसे पहले ‘सीरियल किसर’ वाली छवि याद आती है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसी टैग ने एक समय पर उन्हें इतना परेशन कर दिया था कि वो खुद को एक सीरियस एक्टर के तौर पर साबीत ही नहीं कर पा रहे थे।
एक बातचीत में इमरान ने साफ कहा कि साल 2003 से 2012 के बीच उनकी इमेज को इस हद तक दोहराया गया था कि वो एक लेबल बन गया था। यही लेबल हर फिल्म की मार्केटिंग में इस्तेमाल किया जाने लगा।

‘लोग मेरे नाम से पहले वही टैग लगाने लगे थे’ यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया के शो में इमरान ने कहा, ‘एक टाइम था जब मैं चाहता था कि लोग मुझे थोडा सीरियसली लें। मेरी छवि को इस तरह निचोडा गया था कि वो एक टैग बन गया था। मार्केटिंग में उसी का इस्तेमाल होता था।
हर फिल्म में बिना वजह वही चीजें डाली जाती थीं। और जब मीडिया में मेरा नाम आता था, तो उसके पहले वही सीरियल किसर का टैग लगता था।’

‘ये मैंने खुद ही बनाया था पर बाद में समझ आया कि नुकसान भी हुआ’ इमरान ने माना कि इस टैग के बनने में उनकी भी भूमिका रही। उन्होंने आगे कहा, ”ये मेरी अपनी देन थी। मैं किसी और को ब्लेम नहीं कर रहा। लेकिन जब आप उस फेज से बाहर निकलते हो, तो चाहते हो कि लोग आपकी रेंज देखें।
आप अलग किस्म की फिल्में करते हो, लेकिन फिर भी लोग पूछते हैं – इस बार कोई वैसा सीन नहीं था क्या?’

‘मैं नया दिखाना चाहता हूं, लेकिन लोग पुराना ही ढूंढते हैं’ इमरान ने बातचीत खत्म करते हुए कहा, ‘मैं कुछ नया पेश कर रहा हूं। मैं एक्टर हूं और मेरा काम अलग-अलग किरदार निभाना है।
फिर लोग वही पुराना क्यों देखना चाहते हैं? हां, इस बात से थोडी चिढ होती थी। वरना अब मैं शांत हूं, कोई बडी बात नहीं है मेरे लिए।’

वर्कफ्रंट की बात करें तो बता दें, इमरान हाशमी जल्द ही वॉर-ड्रामा फिल्म ‘ग्राउंड जीरो’ में नजर आएंगे। इस फिल्म में उनका एक गंभीर और नया अंदाज दिखेगा। जो अब तक की छवि से बिलकुल अलग होगा।