आईआईएम इंदौर जहां आईपीएस, आईएएस, आईएफएस लीडरशिप सीखने के प्रोग्राम में शामिल हो सकेंगे।
IIM इंदौर देश भर के आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसरों समेत अखिल भारतीय सेवा के अन्य अफसरों को पब्लिक सेक्टर में वर्किंग के लिए स्ट्रेटजिक लीडरशिप के गुर सिखाएगा। सितम्बर में शुरू होने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए एमपी समेत अन्य राज्यों में पदस्थ अफसरो
.
भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय (डीओपीटी) द्वारा इंदौर के भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के सहयोग से 8 सितंबर 2025 से आईआईएम परिसर में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का विषय सार्वजनिक क्षेत्र के शासन में रणनीतिक नेतृत्व (स्ट्रेटजिक लीडरशिप इन पब्लिक सेक्टर गवर्नेंस) होगा। डीओपीटी द्वारा सभी राज्यों के मुख्य सचिव, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारियों को इससे संबंधित निर्देश जारी किए गए हैं।
ऑफिसर फ्रेंडली बताया जा रहा है प्रोग्राम
इस कार्यक्रम को इंटरनेशनल कम्पोनेंट के बिना ऑफिसर फ्रेंडली बनाया गया है। कार्यक्रम प्रशासनिक अफसरों को अनिश्चितता और अस्थिरता के भाव से निपटना सिखाएगा। दुनिया भर में बनने वाले माहौल के अनुसार अफसरों की एफिशिएंसी मजबूत करेगा।
गंभीर चुनौतियों से निपटने और अनुकूल माहौल तैयार करने की रणनीति समझेंगे
इसके आधार पर ट्रेनिंग लेने वाले अधिकारी लीडरशिप के दौरान सटीक निर्णय लेने और पब्लिक सेक्टर में गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की रणनीति सीखेंगे। इसके लिए जो फार्मेट तय किया गया है उसके बाद अधिकारी डेवलपमेंट और बदलाव की प्रोसेस को सधे कदमों से आगे बढ़ाने, पॉलिसी इम्प्लीमेंट में मजबूती लाने और पब्लिक सर्विस डिलीवरी सिस्टम को शासन हित में मजबूती से लागू करने के फार्मूले सीख सकेंगे। यह प्रोग्राम बगैर किसी समझौते के शासन की पॉलिसी डिलीवरी करने के आधुनिक तकनीकों को भी बताएगा।
आईआईएम इंदौर करेगा कोआर्डिनेशन
- कार्यक्रम का समन्वय और संचालन आईआईएम इंदौर के विषय विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा।
- प्रोग्राम अटेंड करने वाले अफसरों को कार्यक्रम के अनुसार आवासीय या ऑनलाइन मोड में शामिल होने का मौका होगा।
- इसके लिए क्लासेस रोज सुबह 9 बजे से शाम 5:15 बजे के बीच कैम्पस में लगेंगी। वीकेंड में ऑनलाइन कक्षाएं लगेंगी।
- ट्रेनिंग लेने वाले अफसरों को प्रोग्राम के दौरान सेल्फ स्टडी, ग्रुप एक्टिविटी या फील्ड विजिट के लिए कार्य भी सौंपे जाएंगे।
- IIM प्रशिक्षण को प्रभावी बनाए रखने के लिए व्याख्यान, केस-स्टडी, चर्चा, समूह गतिविधियों, क्षेत्र भ्रमण और तय पठन सामग्री का उपयोग करेगा।
प्रोग्राम में एक्सपीरियंस शेयरिंग पर होगा फोकस
- कार्यक्रम में एक्सपीरियंस शेयरिंग पर भी फोकस होगा।
- कार्यक्रम को विषयों की गंभीर समझ के लिए अधिक से अधिक संवाद के हिसाब से लागू किया जाएगा।
- यह कार्यक्रम आईएएस, आईपीएस और आईएफएस के अलावा केंद्रीय सिविल सेवाओं, राज्य प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थानों और केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों के अफसरों के लिए होगा।
- इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को अटेंड करने वाले अफसर की सेवा पांच साल पुरानी होनी चाहिए और सेवाकाल खत्म होने में पांच साल बाकी होना चाहिए।
- अधिकारी को ढाई लाख रुपए जीएसटी के साथ प्रशिक्षण फीस के रूप में चुकाने होंगे।
- इसके लिए 29 अगस्त 2025 तक नामांकन मांगे गए हैं। पात्रता की शर्तों को पूरा करने वाले अफसरों को आईआईएम इंदौर द्वारा इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा।
- डीओपीटी ने केंद्र के सभी मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों के अफसरों को इसके लिए आगे आकर प्रचार प्रसार करने को कहा है।