Mauni Amavasya 2025: मौनी अमावस्या पर न केवल स्नान का महत्व है बल्कि इस दिन जप और तप भी श्रेष्ठ माने जाते हैं। कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति आज के दिन गंगा, यमुना और सरस्वती तीनों जलों में स्नान करता है तो इससे उसे सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह कारण है कि इस दिन त्रिवेणी संगम में स्नान करना बेहद ही शुभ मानते हैं। लेकिन लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि मौनी अमावस्या के दिन क्या करें और क्या नहीं।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि मौनी अमावस्या पर क्या करें और क्या नहीं। पढ़ते हैं आगे…
बता दें कि इस दिन सुबह जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी, सरोवर या कुंड में जरूर स्नान करें। आप चाहें तो त्रिवेणी संगम में भी स्नान कर सकते हैं। अब आप भगवान सूर्य को जल अर्पित करें। फिर इस दिन का पूरा फल प्राप्त करने के लिए मौन व्रत रखें। साथ ही गरीब भूखे और जरूरतमंद लोगों को दान दें। आज के दिन दान का अनंत महत्व है। यह दिन पितरों को भी समर्पित है। ऐसे में इस दिन पितरों का तर्पण करने से पितृ दोष खत्म होता है। वहीं आज के दिन शिव जी को गंगाजल जरूर चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से भी पितरों को शांति मिलती है।
इस दिन किसी गलत शब्द का प्रयोग ना करें। इसके अलावा शमशान जैसी जगहों पर जाने से भी बचें। आज के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद का अपमान ना करें और मांस मदिरा, शराब, धूम्रपान आदि चीजों का सेवन भी करने से बचें। अगर आप मौन व्रत रख रहे हैं तो उस दौरान नाम जाप आप मन में कर सकते हैं।