एवरेस्ट वीमैन वॉलीबॉल लीग की CEO स्नेवी चैपागैन ने इंस्टाग्राम पर ये पोस्ट की है। जिसमें उन्होंने दिखाया कि कैसे एक रात पहले जहां रौनक थी, अब वहां सिर्फ राख रह गई है।
दिल्ली से नेपाल में वॉलीबॉल लीग इवेंट होस्ट करने गई उपसाना ने वहां टीम समेत फंसने का वीडियो जारी किया। एक दिन पहले जारी हुए इस वीडियो के बाद इवेंट कंपनी की CEO पहली बार सामने आई है। CEO स्नेवी चैपागैन ने कहा कि सभी विदेशी खिलाड़ी व उपासना की टीम सुरक्
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नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी आंदोलन में दिल्ली की उपासना गिल अपनी टीम के साथ फंस गई हैं। मदद की गुहार लगाते हुए उपासना गिल ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया है। उनकी टीम में हरियाणा के फरीदाबाद की लड़कियां भी शामिल हैं।
वीडियो सामने आने के बाद हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को पत्र लिखकर तत्काल रेस्क्यू की मांग की है। उन्होंने कहा कि पोखरा के अलावा अन्य जगहों पर कई हरियाणवी नागरिक फंसे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकाला जाना जरूरी है।

एवरेस्ट वीमैन वॉलीबॉल लीग की CEO स्नेवी चैपागैन ने इंस्टाग्राम पर ये पोस्ट की है।
पहले दिन जहां पार्टी, वहां अब राख
एवरेस्ट वीमैन वॉलीबॉल लीग की CEO स्नेवी चैपागैन ने अपने इंस्टाग्राम पर स्टोरी में वीडियो शेयर किया है। जिसमें जहां एक दिन पहले पार्टी में केक काटकर खुशियां मनाई जा रही थी। वहीं एक दिन बाद ही चारों तरफ राख का ढेर बना हुआ है। खिड़की, दरवाजे, सामान सब कुछ जलकर राख हो चुका है।
CEO स्नेवी चैपागैन की पोस्ट में क्या…
एवरेस्ट वीमैन वॉलीबॉल लीग की CEO स्नेवी चैपागैन ने अपने इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगाते हुए लिखा है कि उन्होंने बिना किसी नोटिस के होटल जला दिया। सभी राष्ट्रीय खिलाड़ी, विदेशी प्लेयर और इंडियन क्रू अब हमारी सुरक्षा में है। मैं इंडियन एबेंसी, नेपाल आर्मी और नाटा के संपर्क में हूं। मैं रेस्क्यू मिशन के बारे में सोच रही हूं, जो मुझे करना है।
प्लेयर और मैनेजमेंट ने अपने डॉक्यूमेंट, उपकरण व सामान खो दिया है। महंगी ज्वेलरी व दूसरी चीजें जो हमारी कमाई की थी और हम जिसे अपने घर से यहां लेकर आए थे, सबकुछ अब राख हो चुका है। सब कुछ टाइटैनिक मूवी की तरह ही कुछ सेकेंड में खत्म हो गया।

एवरेस्ट वीमैन वॉलीबॉल लीग की CEO स्नेवी चैपागैन।
हमारे क्रू के करीब 200 लोग यहां पोखरा में लेकसाइड होटल में ठहरे हुए थे। कल हम सभी गन और हथियार के बल हुए दंगे का गवाह बने हैं। जो हमने पहले कभी जिंदगी में नहीं देखा था। मैं अभी इसको लेकर सही या गलत कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हूं। हम यहां पर अभी सेफ हूं। नया नेपाल अब एक लंबा सपना है। मैं उन लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करती हूं, जिनके अपने इसमें जान गंवा बैठे। हम सब एक साथ हैं।
अब पढ़िए वीडियो में उपासना की 4 बड़ी बातें…
- वॉलीबॉल लीग होस्ट करने आए थे, होटल जलाया: पोखरा में फंसी उपासना गिल ने वीडियो में कहा- मैं यहां एक वॉलीबॉल लीग होस्ट करने के लिए आई थी। मैं जिस होटल में रुकी हुई थी, उसे पूरी तरह से जला दिया गया।
- लोग डंडे लेकर पीछे दौड़े, हेल्प करिए: उपासना ने कहा कि घटना के वक्त मैं स्पा में थी। लोग मेरे पीछे डंडे लेकर दौड़ रहे थे। मैं किसी तरह जान बचाकर वहां से निकली हूं। आप सबसे रिक्वेस्ट है कि यहां पर जो हेल्प कर सकता है, प्लीज करें।
- आंदोलनकारी टूरिस्ट को भी नहीं छोड़ रहे: उपासना ने कहा कि यहां पर बुरे हालात हैं। जगह-जगह पर आग लगी हुई है। लोग टूरिस्ट को भी नहीं छोड़ रहे हैं। उनको कोई फर्क नहीं पड़ता कि यहां पर कोई टूरिस्ट है। यहां पर कोई काम करने आया है। वो बिना कुछ सोचे-समझे हर जगह आग लगा रहे हैं।
- इंडियन एंबेसी तक मैसेज पहुंचाया जाए: उपासना ने कहा कि हमें नहीं पता हम कितनी देर तक दूसरे होटल में रहेंगे। मैं ये रिक्वेस्ट करती हूं कि प्लीज ये मैसेज इंडियन एंबेसी तक पहुंचाया जाए।

महिला आयोग के पत्र में 4 अहम बातें…
- 1. नेपाल में फंसी भारतीय महिला ने मांगी मदद: हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणू भाटिया के हवाले से लिखे पत्र में लिखा- एक वीडियो मिला है, जिसमें एक भारतीय महिला मदद की गुहार लगाते हुए नजर आ रही है। जो बता रही है कि वहां पर भारतीय और हरियाणवी महिलाएं काफी संख्या में फंसी हुई हैं। सभी लोग सुरक्षित निकल नहीं पा रहे हैं।
- 2. हिंसा प्रभावित इलाकों में बिगड़ी कानून-व्यवस्था: पत्र में आगे लिखा- रिपोर्ट्स के अनुसार, नेपाल के हिंसा प्रभावित इलाकों में कानून-व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है। वहां आवाजाही पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं और जरूरी सेवाओं तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। इन हालात के कारण फंसे हुए लोगों की जान को गंभीर खतरा है।
- 3. विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास से समन्वय की मांग: पत्र में आयोग ने गृह मंत्रालय से आग्रह किया है कि वह विदेश मंत्रालय (MEA) और काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के साथ मिलकर काम करे। इससे फंसे हुए भारतीय नागरिकों की सही पहचान हो सकेगी और उन्हें तुरंत राहत और सुरक्षित वापसी की व्यवस्था की जा सकेगी।
- 4. महिलाओं और कमजोर वर्गों की सुरक्षा को प्राथमिकता: पत्र में कहा गया है कि बचाव अभियान के दौरान महिलाओं और कमजोर वर्गों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। आयोग ने केंद्र सरकार से यह भी अनुरोध किया है कि इस दिशा में तुरंत ठोस कदम उठाए जाएं ताकि किसी की जान जोखिम में न रहे।

हरियाणा महिला आयोग अध्यक्षा द्वारा गृहमंत्री अमित शाह को लिखा गया पत्र