भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान पर हमला करके पहलगाम हमले का बदला ले लिया है. ऑपरेशन सिंदूर के समय मंगल, सूर्य और शनि का ऐसा संयोग बना है कि सोते हुए पाकिस्तान में हाहाकार मच गया. भारतीय सेना के जोरदार प्रहार में कई आतंकवादी मारे गए. मंगल का पराक्रम, सूर्य का तेज और शनि की न्याय प्रियता से पाकिस्तान के साथ दुश्मनों वाला सलूक हुआ है क्योंकि वह हमेशा सीमा पार से आतंकी गतिविधियों और हमलों को बढ़ावा देता आ रहा है. जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ तो मंगलवार की रात, कुंभ लग्न और साल का राजा सूर्य है.
3 बड़े ग्रहों के शुभ संयोग में सफल हुआ ऑपरेशन सिंदूर
काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार, जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ तो उस समय मंगल की रात थी और कुंभ लग्न में यह ऑपरेशन हुआ. कुंभ लग्न का स्वामी शनि है. शनि दुष्टों का राजा है, दुष्टों को सुधारता है, उसे दंडित करता है, अच्छे को बुरा भी बनाता है. ऐसी स्थिति में जब मंगलवार की देर रात यह हमला हुआ है करीब सवा एक बजे. तो वह मंगल की रात थी और उस समय सिंह राशि था.
सिंह राशि का स्वामी सूर्य है, सूर्य इस समय विक्रम संवत् 2082 का राजा भी है और स्वयं मंत्री भी है. ऐसी स्थिति में मंगल और सूर्य दोनों मित्र हैं, इन दोनों के शुभ संयोग में ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ. सूर्य राजा है और इस समय रक्षा का विभाग भी सूर्य के पास ही है. सूर्य और मंगल के कारण यह ऑपरेशन सफल हुआ.
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शनि ने दिया जैसे को तैसा वाला दंड
ज्योतिषाचार्य भट्ट बताते हैं कि मंगल पराक्रम और साहस का ग्रह है, वहीं शनि न्यान के देवता हैं, जो कर्म के अनुसार ही लोगों को फल देते हैं. भारतीय सेना ने पूरे पराक्रम के साथ दुश्मनों पर हमला किया और आतंकियों ने जो कायराना हरकत की थी, उसका पूरा पूरा दंड दिया. यहां पर मंगल के पराक्रम और शनि की न्याय प्रियता के कारण दुष्टों को पूरा दंड मिला.
शनि करेंगे ‘रावण’ पाकिस्तान का नाश
शनि के प्रभाव से दुष्टों का नाश होता है. शनि के कारण ही लंका के राजा रावण का नाश हो गया था. कुंभ लग्न के स्वामी शनि पाकिस्तान को भी उसके कर्मों का फल देंगे. ऐसे योग बन रहे हैं कि भारत पाकिस्तान के आतंकियों का सफाया करने में सफल हो सकता है. ऑपरेशन सिंदूर का जो समय है, वह शनि का है, इससे दुश्मनों का दंड मिलना तय है. शनि लोगों को जैसे को तैसा वाला फल देते हैं.
व्याघात योग दुश्मनों पर हमले के लिए सही समय
ज्योतिषाचार्य भट्ट का कहना है कि दुश्मनों पर हमला करने के लिए व्याघात योग सबसे उत्तम है. इस योग में आप दुश्मनों पर प्रहार करेंगे तो उनका नाश निश्चित है. व्याघात योग से पहले ध्रुव योग था, उसमें ऑपरेशन करना सही नहीं था, उसमें मामला गड़बड़ हो सकता था, लेकिन व्याघात योग ऑपरेशन सिंदूर के लिए बिल्कुल सही था.