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नई दिल्ली1 मिनट पहले
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के 40 जगहों पर आयोजित रोजगार मेले में 51 हजार युवाओं को जॉइनिंग लेटर बांटा। ये राजस्व, उच्च शिक्षा, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय सहित केंद्र सरकार के कुछ अन्य विभाग और मंत्रालय में नौकरी करेंगे।
PM बोले- आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हमने पुरानी सरकारों की पुरानी सोच से देश को आजाद कराने के लिए काम शुरू किया है। स्पेस सेक्टर से लेकर सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक व्हीकल तक मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाया।
देश में नई तकनीक आए, नए फॉरेन इन्वेस्टमेंट आएं, इसके लिए हमने स्कीम लॉन्च की। मेक इन इंडिया अभियान और पीएलआई स्कीम ने मिलकर रोजगार सृजन की गति कई गुना तेज कर दी है। हर सेक्टर के उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है। युवाओं के लिए नए मौके बन रहे हैं।
PM बोले- पिछले 8 साल में डेढ़ लाख से ज्यादा स्टार्टअप लॉन्च हुए हैं। आज भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। इन सारे सेक्टर्स में हमारे युवाओं को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है, उन्हें रोजगार मिल रहा है।
पीएम ने किया योजनाओं का जिक्र
- लखपति दीदी योजना पर : हमारी सरकार ने इन महिलाओं में से 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। अब तक करीब 1.25 करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। मतलब उनकी एक साल की आय 1 लाख रुपए से ज्यादा हो गई है। लखपति दीदी योजना ने ग्रामीण महिलाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के नए साधन दिए हैं। पिछले 1 दशक में 10 करोड़ महिलाएं SHGs से जुड़ी हैं। मतलब 10 करोड़ महिलाएं स्व-रोजगार के कारण कमाने लगी हैं और सरकार ने इन्हें पूरी तरह सपोर्ट किया है।
- विदेशों से रोजगार से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट पर: विदेशों में भारतीयों को आसानी से नौकरी मिले, इसके लिए सरकार कदम उठा रही है। जर्मनी ने भारत के लिए स्किल वर्क फोर्स स्ट्रैटजी जारी की है। भारतीय युवाओं को हर साल 90 हजार वीजा देने का फैसला किया है। पहले वीजा 20 हजार को मिलता था। इसका फायदा युवाओं को होगा। 21 देशों के साथ माइग्रेशन और रोजगार से जुड़े समझौते किए हैं। गल्फ के अलावा, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, मॉरेशस, इजरायल जैसे देश शामिल हैं। यूके में काम करने पढ़ाई करने के लिए हर साल 3 हजार लोग वीजा हासिल कर सकते हैं। भारत का टैलेंट भारत की प्रगति ही नहीं, विश्व की प्रगति में हिस्सा बढ़ता जा रहा है।
- खादी ग्रामोद्योग के विकास पर : पिछले 10 साल नीतियों ने खादी और ग्रामोद्योग की पूरी तस्वीर बदल दी है। इससे जुड़े लोगों के जीवन में भी बदलाव आया है। खादी ग्रामोद्योग हर साल 1.5 लाख करोड़ से अधिक का कारोबार कर रहा है। यूपीए सरकार की तुलना में खादी की बिक्री में 400% की वृद्धि हुई है। इससे साबित होता है कि खादी उद्योग बढ़ रहा है, जिसका लाभ कारीगरों, बुनकरों और व्यापारियों को मिल रहा है।। इससे रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है।