Monday, June 16, 2025
Monday, June 16, 2025
HomeहरियाणाPM मोदी के मिशन से जुड़ी हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री: ABHA...

PM मोदी के मिशन से जुड़ी हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री: ABHA कार्ड बनवाया; राज्य में 1.63 करोड़ जुड़े, CHC मुलाना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू – Haryana News


हाल ही में हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने अपने पिता केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। फाइल फोटो।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव जुड़ गई हैं। मिशन के तहत स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने अपना और अपने स्टाफ का आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) कार्ड बनवाया

.

इसका उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना और अंतर-संचालनीय डिजिटल स्वास्थ्य प्रणालियों का उपयोग करके विभिन्न हितधारकों के बीच निर्बाध डेटा साझाकरण को सक्षम बनाना है।

हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आभा कार्ड के साथ।

हरियाणा में 1.63 आभा कार्ड से जुड़े

इस अवसर पर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के संयुक्त निदेशक (सूचना प्रौद्योगिकी) कैलाश सोनी ने आभा कार्ड बनाने के लाभ बताए और इस मिशन के प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से भिन्न होने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने 100 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा में अब तक 1.63 करोड़ से अधिक आभा कार्ड बनाए जा चुके हैं।

CHC मुलाना में नहीं लगेगी लाइनें

सोनी ने कहा कि सीएचसी मुलाना को आभा कार्ड धारकों के लिए प्रदेष का पहला आधुनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्र बनाया गया है, जो पूरी तरह कार्यात्मक है। यहां मरीज ऑनलाइन पंजीकरण कराकर इलाज करा सकते हैं। सीएचसी मुलाना में मरीजों को पंजीकरण के लिए लाइनों में खड़े होने की आवष्यकता नहीं है। जल्द ही यह योजना राज्य के सभी 22 जिलों में प्रति स्वास्थ्य संस्थान 2 स्वास्थ्य केंद्रों यानि कुल 44 स्वास्थ्य संस्थानों में लागू की जाएगी। स्वास्थ्य संस्थानों के डिजिटलीकरण के क्षेत्र में यह एक नई और परिवर्तनकारी पहल साबित होगी।

आरती राव ने कार्ड के लाभ बताए

आरती राव ने बताया कि इस योजना की मुख्य विशेषताएं डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं का लाभ उठाना है। यह योजना कड़े डेटा सुरक्षा उपायों के साथ बनाई गई है। रोगी का डेटा केवल स्पष्ट सहमति से साझा किया जाता है। स्वास्थ्य डेटा स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के पास रहता है; एबीडीएम संवेदनशील स्वास्थ्य डेटा को केंद्रीकृत रूप में संग्रहीत करने के बजाय सुरक्षित आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है।

कुछ डेटा (आभा, एचपीआर, एचएफआर) को अंतर संचालनीयता और विष्वास के लिए केंद्रीय रूप से संग्रहीत किया जाता है।

हेल्थ रिकॉर्ड कार्ड से कर सकते हैं लिक

मरीज अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को अपनी आभा (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता) आईडी से लिंक कर सकता है। वह अपनी सहमति से डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सुरक्षित रूप से संग्रहीत, एक्सेस और साझा कर सकता है। हरियाणा में संचालन के लिए एबीडीएम टीम जागरूकता पैदा करने और आभा आईडी बनाने की सुविधा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन राज्य मिशन निदेशक संगीता तेतरवाल के नेतृत्व में चलाया जा रहा है।



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular