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नई दिल्ली4 मिनट पहले
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रविवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में संविधान बचाओ सम्मेलन आयोजित किया था।
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के नेता नवाब जान कहा कि आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू धर्मनिरपेक्ष मानसिकता वाले व्यक्ति हैं। वे हमारे सीएम भी हैं। वे मुसलमानों को नुकसान पहुंचाने वाले विधेयक को लागू नहीं होने देंगे। जान ने ये बात वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को लेकर ये बात कही।
जान ने कहा- चंद्रबाबू हमेशा कहते रहे हैं कि उनकी दो आंखें हैं- एक हिंदू और एक मुस्लिम, नायडू कहते हैं कि एक आंख को नुकसान पहुंचाने से पूरे शरीर पर असर पड़ता है और हमें विकास के पथ पर आगे बढ़ते समय इसे ध्यान में रखना चाहिए।
रविवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में संविधान बचाओ सम्मेलन आयोजित किया था। कार्यक्रम में संबोधन के जान ने लोगों से वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को संसद में पारित होने से रोकने के लिए एकजुट होने की बात कही।
जान ने कहा-

चंद्रबाबू धर्मनिरपेक्ष मानसिकता वाले व्यक्ति हैं। ऐसे ही व्यक्ति हमारे मुख्यमंत्री हैं (वे) मुसलमानों को नुकसान पहुंचाने वाले विधेयक को लागू नहीं होने देंगे।
नायडू के शासन में मुसलमानों को बहुत लाभ मिले नवाब जान ने कहा कि देश की आजादी के बाद से नायडू के शासन में मुसलमानों को जो लाभ मिले वे अभूतपूर्व हैं। उन्होंने दावा किया कि वक्फ (संशोधन) विधेयक को संसद की संयुक्त समिति (JPC) के पास भेजना नायडू की वजह से ही संभव हो सका।
उन्होंने कहा कि नायडू ने कुछ दिन पहले कहा था कि चाहे वह मुस्लिम संस्थान हो या हिंदू संस्थान या ईसाई संस्थान, उसमें एक ही धर्म के लोग होने चाहिए। जान ने कहा कि हम सब कुछ बर्दाश्त करेंगे, लेकिन देश की एकता को नुकसान पहुंचाने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

जमीयत उलेमा-ए-हिंद की नायडू-नीतीश से उम्मीद वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ अपने अभियान को तेज करते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने रविवार को चंद्रबाबू नायडू और जेडी(यू) के नीतीश कुमार से इस मामले में मुसलमानों की भावनाओं पर ध्यान देने को कहा है।
जमीयत ने कहा कि NDA में शामिल जो दल धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करते हैं, उन्हें इस खतरनाक कानून का समर्थन करने से खुद को दूर रखना चाहिए।
JPC में लोकसभा से 21 सदस्य- भाजपा के 7, कांग्रेस के 3 सांसद 1. जगदंबिका पाल (भाजपा) 2. निशिकांत दुबे (भाजपा) 3. तेजस्वी सूर्या (भाजपा) 4. अपराजिता सारंगी (भाजपा) 5. संजय जायसवाल (भाजपा) 6. दिलीप सैकिया (भाजपा) 7. अभिजीत गंगोपाध्याय (भाजपा) 8. श्रीमती डीके अरुणा (YSRCP) 9. गौरव गोगोई (कांग्रेस) 10. इमरान मसूद (कांग्रेस) 11. मोहम्मद जावेद (कांग्रेस) 12. मौलाना मोहिबुल्ला (सपा) 13. कल्याण बनर्जी (TMC) 14. ए राजा (DMK) 15. एलएस देवरायलु (TDP) 16. दिनेश्वर कामत (JDU) 17. अरविंत सावंत (शिवसेना, उद्धव गुट) 18. सुरेश गोपीनाथ (NCP, शरद पवार) 19. नरेश गणपत म्हास्के (शिवसेना, शिंदे गुट) 20. अरुण भारती (LJP-R) 21. असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM)
JPC में राज्यसभ से 10 सदस्य- भाजपा के 4, कांग्रेस का एक सांसद 1. बृज लाल (भाजपा) 2. डॉ. मेधा विश्राम कुलकर्णी (भाजपा) 3. गुलाम अली (भाजपा) 4. डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल (भाजपा) 5. सैयद नसीर हुसैन (कांग्रेस) 6. मोहम्मद नदीम उल हक (TMC) 7. वी विजयसाई रेड्डी (YSRCP) 8. एम मोहम्मद अब्दुल्ला (DMK) 9. संजय सिंह (AAP) 10. डॉ. धर्मस्थल वीरेंद्र हेगड़े (राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत)
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वक्फ बिल कमेटी 5 राज्यों का दौरा करेगी, विंटर सेशन में पहले हफ्ते के आखिरी दिन रिपोर्ट देनी है

JPC के सदस्य इन पांच राज्यों की राजधानी में उनके अल्पसंख्यक मामलों के विभाग, कानून विभाग, अल्पसंख्यक आयोग और वक्फ बोर्ड के साथ बातचीत करेगी।
वक्फ बिल पर बनी ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) अगले सप्ताह 5 राज्यों का दौरा करेगी। कमेटी तय समय पर रिपोर्ट पेश कर सके इसलिए यह फैसला लिया गया। हालांकि, ऐसे कई उदाहरण हैं जब कमेटियों की रिपोर्ट पेश करने की तारीख आगे बढ़ाई गई हो। लेकिन कमेटी अध्यक्ष भाजपा सांसद जगदंबिका पाल तय समय सीमा के भीतर रिपोर्ट पेश करना चाहते हैं। पूरी खबर पढ़ें…
खड़गे पर वक्फ संपत्ति हड़पने का आरोप लगा, चेयरपर्सन जगदंबिका पाल को हटाने की मांग

सांसद असदुद्दीन ओवैसी, संजय सिंह, ए राजा मीटिंग रूम से बाहर आ गए थे।
वक्फ बिल पर बनी जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर वक्फ संपत्ति कब्जाने का आरोप लगा था। इससे नाराज विपक्षी दलों के सांसदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया था। साथ ही स्पीकर को चिठ्ठी लिखकर कमेटी के चेयरपर्सन जगदंबिका पाल को हटाने की मांग की थी। पूरी खबर पढ़ें…