Wednesday, April 23, 2025
Wednesday, April 23, 2025
Homeराज्य-शहरUPSC-2024 में नर्मदापुरम-इटारसी के तीन युवाओं का चयन: चंद्रयान-2 पर काम...

UPSC-2024 में नर्मदापुरम-इटारसी के तीन युवाओं का चयन: चंद्रयान-2 पर काम करने वाली साइंटिस्ट आयुषी की 597वीं रैंक, 2018 में मां को खोया था – narmadapuram (hoshangabad) News


आयुषी मालवीय इसरो अहमदाबाद में सीनियर साइंटिस्ट है।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट मंगलवार को घोषित हुआ। इस परीक्षा में नर्मदापुरम और इटारसी के तीन युवाओं ने सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। चयनित उम्मीदवारों में इटारसी निवासी मोनू शर्मा, नर्मदापुरम की आयुषी मालवीय और तनिष्क स

.

मोनू ने इंजीनियर की नौकरी छोड़कर की तैयारी

इटारसी की नई गरीबी लाइन में रहने वाले मोनू शर्मा ने UPSC में 359वीं रैंक हासिल की है। मोनू ने चेन्नई में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर साल 2021 में तैयारी शुरू की थी। उन्होंने बिना किसी कोचिंग, सिर्फ सेल्फ स्टडी के जरिए चौथे प्रयास में यह मुकाम हासिल किया। वे रोजाना 8-9 घंटे पढ़ाई करते थे।

इटारसी के मोनू शर्मा।

ISRO साइंटिस्ट ने 597वीं रैंक हासिल की

नर्मदापुरम की आयुषी मालवीय ने अपने चौथे प्रयास में आयुषी ने 597वीं रैंक हासिल की है। वह ISRO अहमदाबाद में सीनियर साइंटिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने चंद्रयान-2, जीआई सेट, ओसन सेट-3, हाईसिस और अब शुक्रयान मिशन में काम किया है।

वह रोजाना सुबह 4 से 8 बजे तक और ऑफिस के बाद समय निकालकर पढ़ाई करती थीं। आयुषी ने बताया कि उन्हें आईआरएस मिलने की संभावना है।

आयुषी मालवीय ने 597वीं रैंक हासिल की हैं।

आयुषी मालवीय ने 597वीं रैंक हासिल की हैं।

आयुषी ने 2018 में मां को खो दिया था

आयुषी ने बताया कि इस मुकाम तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था। अगस्त 2018 में मां शारदा मालवीय का निधन हो गया। मां सरकारी स्कूल में टीचर थी। मां के निधन के बाद दिसंबर 2018 में एक सड़क हादसे में पिता राकेश मालवीय भी गंभीर रूप से घायल हो गए। वे आज भी बिस्तर पर हैं। इसके बाद वे पिता और दादी को अपने साथ अहमदाबाद ले गई।

आयुषी के ऑफिस के समय पिता की देखभाल उनकी 76 वर्षीय दादी शकुंतला मालवीय करती है। आयुषी ने एसपीएम के केन्द्रीय विद्यालय से 12वीं तक की पढ़ाई की। उसके बाद उनका चयन साल 2013 में तिरुअनंतपुरम में इसरो के कॉलेज में चयन हुआ। यहां से पढ़ाई करने के बाद उन्हें साल 2017 में अहमदाबाद में नौकरी मिली।

तनिष्क सिंह की 611वीं रैंक लगी।

तनिष्क सिंह की 611वीं रैंक लगी।

प्रधान आरक्षक के बेटे को तीसरे प्रयास में मिली सफलता

शहर के निर्मल होम्स कॉलोनी निवासी तनिष्क सिंह राजपूत ने UPSC में 611वीं रैंक प्राप्त की है। तनिष्क ने निजी स्कूल से पढ़ाई के बाद IIT की तैयारी करते हुए 12वीं की। बाद में उनका रुझान सिविल सेवा की ओर हुआ, तो उन्होंने नर्मदा कॉलेज से बीए करते हुए साल 2021 से तैयारी शुरू की। तीसरे प्रयास में सफलता पाने वाले तनिष्क के पिता जगदीश राजपूत, वर्तमान में IG कार्यालय में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ हैं।



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular