17 मिनट पहले
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फिल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा ने हाल ही में लाइफ के सबसे बुरे दौर के बारे में बात की है। उन्होंने बताया है कि पहली फीचर फिल्म सजाए मौत ने बहुत अच्छा परफॉर्म नहीं किया था। इस कारण वे निराश हो गए थे। यहां तक कि उन्होंने खुदकुशी करने का फैसला कर लिया था। लेकिन परिवार के लिए उन्होंने अपने कदम पीछे ले लिए थे।
‘मैं मौत से एक कदम दूर था, परिवार के प्यार ने रोक लिया’
NDTV के साथ बातचीत में विधु विनोद ने कहा- कई लोग इस पर विश्वास नहीं करते, लेकिन कई साल पहले मुझे सुसाइड करना था। मैं निराश था। मैं लोनावाला हाईवे पर खड़ा था, चलती ट्रकों को देख रहा था। मैं अपनी मौत से एक कदम दूर था। लेकिन मेरे परिवार के प्यार ने मुझे रोक लिया।
फिल्म की असफलता से निराश थे
विधु विनोद ने आगे बताया कि यह घटना फिल्म सजाए मौत की रिलीज के ठीक बाद हुई थी। 1981 में रिलीज हुई यह फिल्म FTII डिप्लोमा फिल्म मर्डर एट मंकी हिल का रूपांतरण थी, जिसमें नसीरुद्दीन शाह ने एक्टिंग की थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म नहीं किया था।
विधु बोले- खुशी परिणाम में नहीं बल्कि लड़ाई में है
इस बारे में उन्होंने कहा- अब जो लोग मुझे जानते हैं, वे सरप्राइज हो जाते हैं कि मैंने ऐसा कुछ सोचा भी था या इस दौर से गुजरा था। लेकिन यह कहना जरूरी है कि यह ठीक है। आप इस तरह से पैदा नहीं हुए हैं। आप अपनी लड़ाई लड़ते हैं। कुछ में आप जीतते हैं, कुछ में आप हारते हैं। खुशी परिणाम में नहीं बल्कि लड़ाई में है।
विधु विनोद चोपड़ा को फिल्म 1942: ए लव स्टोरी से बहुत पॉपुलैरिटी मिली। इसके बाद उन्होंने मुन्नाभाई एमबीबीएस, 3 इडियट्स, पीके और संजू जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाईं। फिर उन्होंने 2020 में शिकारा के साथ 13 साल बाद डायरेक्शन में वापसी की और इसके बाद फिल्म 12th फेल बनाई।