भारतीय महिला प्लेयर्स ओलंपिक में मेडल जीतने वाली।
इंटरनेशनल विमेंस डे के दिन हम आपको देश की ऐसी महिला प्लेयर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने ओलंपिक गेम्स में अपने खेल के जरिए सभी की दिल तो जीता ही साथ में मेडल जीतने में भी कामयाबी हासिल की। बदलते समय के साथ देश की महिलाओं का भी खेल में दबदबा विश्व स्तर पर देखने को मिला है, जिसमें भारत की तरफ से अब तक कुल 8 महिला खिलाड़ी ओलंपिक में पदक जीतने में कामयाब हुई हैं। इसमें साल 2000 में भारतीय महिला खिलाड़ी के तौर पर कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी में हुए ओलंपिक गेम्स में वेटलिफ्टिंग के इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वहीं इसके बाद से अब तक बैडमिंटन, बॉक्सिंग, कुश्ती और शूटिंग में भारतीय महिलाएं पदक जीतने में कामयाब हुईं हैं।
कर्णम मल्लेश्वरी वेटलिफ्टिंग में पदक जीतने वाली बनीं थी पहली भारतीय एथलीट
साल 2000 में सिडनी में हुए ओलंपिक गेम्स में कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग में स्नैच में 110 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 130 किलोग्राम वजन सहित कुल 240 किलोग्राम का भार उठाया था। इसी के साथ वह ओलंपिक में भारत के लिए वेटलिफ्टिंग में पदक जीतने वाली पहली एथलीट भी बनी थी।
बैडमिंटन में साइना नेहवाल ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल साल 2012 में लंदन ओलंपिक में बैडमिंटन में महिला सिंगल्स इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब हुईं थी। साइना का ब्रान्ज मेडल मैच चीन की वांग शिन के साथ था जो चोट के चलते इस मैच में नहीं खेल पाईं थी जिसके बाद उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला था। साइना नेहवाल ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
मैरी कॉम ने बॉक्सिंग में दिखाया कमाल
लंदन में हुए साल 2012 के ओलंपिक गेम्स में बॉक्सिंग में भारतीय महिला एथलीट मैरी कॉम का कमाल देखने को मिला था, जिसमें वह कांस्य पदक जीतने में कामयाब हुईं थी। मैरी कॉम ने हले दो राउंड में पोलैंड की करोलिना माइकेलजुक और ट्यूनीशिया की मारोआ रहाली को शिकस्त दी थी, लेकिन इसके बाद उन्हें सेमीफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि वह ब्रॉन्ज मेडल जीतने में जरूर सफल हुईं। मैरी कॉम पहली ऐसी भारतीय महिला एथलीट भी बनी थी जो ओलंपिक में बॉक्सिंग में मेडल जीतने में सफल रहीं।
पीवी सिंधु ने सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीता
बैडमिंटन में साल 2016 के रियो ओलंपिक में पीवी सिंधु महिला सिंगल्स के फाइनल तक का सफर तय करने में कामयाब हुईं थी, लेकिन वहां पर उन्हें स्पेन की कैरोलिना मारिन के खिलाफ 83 मिनट तक चले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। सिंधु इस हार के बावजूद सिल्वर मेडल जीतने में जरूर कामयाब रहीं। वहीं इसके बाद साल 2020 के टोक्यो ओलंपिक में सिंधु अपने इस प्रदर्शन को दोहराने में भले ही कामयाब नहीं हो सकी लेकिन वह कांस्य पदक जरूर जीतने में सफल रहीं।
कुश्ती में साक्षी मलिक ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
रियो ओलंपिक में भारतीय महिला रेसलर एथलीट साक्षी मलिक ने इतिहास रचते हुए महिलाओं के 58 किलोग्राम के इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसी के साथ साक्षी मलिका देश की पहली ऐसी महिला रेसलर बनी जो ओलंपिक में पदक जीतने में सफल हुईं। साक्षी ने रेपेचाज राउंड में किर्गिस्तान की ऐसुलु टाइनीबेकोवा को 8-5 से हराकर कांस्य पदक जीता था।
टोक्यो ओलंपिक में मीराबाई चानू ने जीता सिल्वर मेडल
वेटलिफ्टिंग में साल 2020 में हुए टोक्यो ओलंपिक में मीराबाई चानू का कमाल देखने को मिला था, जिसमें वह 49 किलोग्राम भार वर्ग में कुल 202 किलोग्राम वजन उठाने के साथ सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब हुईं थी। कर्णम मल्लेश्वरी के बाद मीराबाई चानू देश की दूसरी ऐसी महिला वेटलिफ्टिर एथलीट बनी जो वेटलिफ्टिंग में ओलंपिक जीतने में सफल हुईं।
लवलीना बोरहेगन ने बॉक्सिंग में जीता ब्रॉन्ज मेडल
मैरी कॉम के ओलंपिक पदक जीतने के बाद देश में महिला बॉक्सरों को एक बड़ी प्रेरणा मिली जिसका असर साल 2020 के टोक्यो ओलंपिक में देखने को मिला जिसमें लवलीना बोरहेगन ने महिलाओं के वेल्टरवेट इवेंट 69 किलोग्राम में कांस्य पदक अपने नाम किया था।
शूटिंग में मनु भाकर ने रचा पेरिस ओलंपिक में इतिहास
पेरिस ओलंपिक 2024 में शूटिंग में मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल के इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था, जिसके बाद वह भारत की पहली निशानेबाज एथलीट बनी जिन्होंने ओलंपिक पदक जीता। मनु भाकर फाइनल में 221.7 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं थी। वहीं पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर मिक्सड एयर पिस्टल के इवेंट में भी मनु भाकर ने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर ब्रॉन्ज मेडल जीता था।