तेज गर्मी से बचने के लिए दोपहर में लोग चेहरे पर कपड़े बांध कर निकल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पारा लगातार बढ़ रहा है। अब अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक पहुंच चुका है। ऐसे में तेज गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। अप्रैल के शुरू होते ही लगातार तापमान में बढ़ोतरी हुई। बीच में जरूर मौसम में बदलाव देखा गया, लेकिन सप्ताह भर स
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मंगलवार को अधिकतम तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ऐसे में लोग घरों में ही रहना ही ज्यादा पसंद कर रहे हैं। दोपहर करीब डेढ़ बजे से लेकर 5 बजे तक सड़कें सुनसान होने लगी है। इसके बाद शाम होने पर ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। शहर की सड़कों पर चहल-पहल देखी जा रही है।
गर्मी के कारण दोपहर में लोग घरों पर रह रहे हैं। शाम ढलने के बाद चहल पहल बढ़ रही है।
2 दिन अभी बच्चे होंगे परेशान
तेज गर्मी और लू के थपेड़ों को देखते हुए राज्य शासन ने स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश को लेकर आदेश जारी कर दिया है। 25 अप्रैल से 15 जून तक स्कूलों में अवकाश घोषित किया है, लेकिन अभी दो दिन बच्चों को स्कूल जाना पड़ेगा और इस तेज गर्मी में परेशान होंगे।
चेहरे पर कपड़े ढककर निकले
डॉ अजय गुप्ता का कहना है कि तापमान के बढ़ने से इसका असर स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इस मौसम में सुबह 11 बजे से पहले और शाम 5 बजे के बाद ही बाहर निकलना चाहिए। बेवजह घरों से न निकले।
घरों से निकलने की जरूरत पड़े तो कपड़े से चेहरा ढककर निकले। गर्मी से बचने के लिए कॉटन के लाइट और ढीले कपड़े पहने। घरों से निकलने से पहले कम से कम 1 लीटर पानी पीकर निकलना चाहिए।
साथ ही बीच-बीच में पानी पीते रहना चाहिए। ताकि डिहाइड्रेशन न हो। इस मौसम में उल्टी, दस्त के मरीज बढ़ जाते हैं। सावधानी ही बचाव है।
तापमान में गिरावट नहीं
मौसम विभाग के रिपोर्ट के अनुसार 4 दिनों तक अधिकतम तापमान में गिरावट नहीं है। 26 अप्रैल तक 44 डिग्री सेल्सियस तापमान बने रहने की संभावना है, लेकिन उसके बाद जरूर बादल छा सकते हैं। ऐसे में 27 और 28 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक होने की संभावना बनी है।