भागलपुर में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से चलाए जा रहे विशेष अभियान को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। 25 जून से 28 जून तक राज्यभर में आपातकाल विरोधी विशेष अभियान चलाने का ऐलान बीजेपी ने किया है।
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बीजेपी नेताओं का कहना है कि जनता आज भी आपातकाल के घाव नहीं भूल पाई है और इस काले अध्याय को आम लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। पार्टी इसे राजनीतिक जागरूकता और ऐतिहासिक सच को सामने लाने की पहल बता रही है।
वहीं, इस अभियान पर भागलपुर से कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने हमला बोला है। उन्होंने इसे भारतीय जनता पार्टी का चुनावी स्टंट करार दिया। विधायक ने कहा कि जो लोग आज इमरजेंसी के मुद्दे पर कांग्रेस पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें मानसिक इलाज की जरूरत है।
भागलपुर विधायक अजीत शर्मा।
11 साल के शासन में कोई बड़ा वादा पूरा नहीं हुआ
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 11 साल के शासन में कोई बड़ा वादा पूरा नहीं हुआ। हर साल 2 करोड़ रोजगार देने की बात की गई थी, लेकिन आज महंगाई चरम पर है और युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा।
अजीत शर्मा ने कहा कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में जब देश में आपातकाल लगाया गया, तब उसकी आवश्यकता थी। देश की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह निर्णय जरूरी था। बांग्लादेश को स्वतंत्र कराने में कांग्रेस सरकार की ऐतिहासिक भूमिका रही है।
जबकि आज की सरकार अमेरिका के डर से पाकिस्तान से युद्ध विराम कर लेती है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी संविधान को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है, जबकि कांग्रेस लोकतंत्र और संविधान की सबसे बड़ी रक्षक है।
राजनीतिक विश्लेषक राजीवकांत मिश्रा का मानना है कि बीजेपी का यह अभियान आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा है। इसके जरिए पार्टी कांग्रेस को घेरने और जनता में राष्ट्रवादी भावनाओं को जगाने की कोशिश कर रही है।