छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में आदिवासी महिलाओं के पोषण स्तर और आर्थिक विकास के लिए एक नई पहल शुरू की गई है। कसडोल विकासखंड के ग्राम बल्दाकछार में कमार जनजाति की महिलाओं को उद्यानिकी विभाग सब्जी और फल उत्पादन की ट्रेनिंग दे रहा है।
.
कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इससे महिलाएं पौष्टिक सब्जियों को अपने आहार में शामिल कर सकेंगी। साथ ही अतिरिक्त उत्पादन बेचकर आय भी अर्जित कर सकेंगी।
सब्जी भाजी की कर रहे खेती
हंस वाहिनी स्व सहायता समूह की 9 महिलाएं इस प्रशिक्षण में भाग ले रही हैं। उन्हें शासकीय जमीन दी गई है। वहां भिंडी, बरबट्टी, करेला, लौकी और कई प्रकार की भाजियों की खेती की जा रही है। पहले चरण में महिलाओं ने 6 किलोग्राम भाजी का उत्पादन किया।

10 हजार नर्सरी तैयार करने की ट्रेनिंग
मनरेगा के तहत एक एकड़ भूमि में 100 फलदार पौधे लगाए गए हैं। इनमें आम, अमरूद, कटहल, सीताफल, आंवला और जामुन शामिल हैं। उद्यानिकी विभाग महिलाओं को फलदार पेड़ों की 10 हजार नर्सरी तैयार करने का प्रशिक्षण भी दे रहा है। विभाग की योजना है कि भविष्य में और अधिक महिलाओं को इस योजना से जोड़ा जाए।