नई दिल्ली4 मिनट पहले
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इससे पहले 22 सितंबर को केजरीवाल ने जंतर-मंतर पर जनसभा की थी। (फाइल फोटो)
दिल्ली के छत्रशाल स्टेडियम में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल आज जनता की अदालत लगाएंगे। आप सांसद संजय सिंह ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुबह 11 बजे जनता की अदालत में केजरीवाल समेत अन्य नेता जनता को संबोधित करेंगे।
इससे पहले 22 सितंबर को केजरीवाल ने जंतर-मंतर पर जनसभा की थी। तब उन्होंने कहा था कि सत्ता और कुर्सी का लालची नहीं हूं। भाजपा ने भ्रष्टाचारी और चोर कहा तो दुख हुआ। लांछन के साथ कुर्सी तो क्या सांस भी नहीं ले सकता हूं, जी भी नहीं सकता। अगला दिल्ली चुनाव मेरी अग्नि परीक्षा है, अगर ईमानदार लगूं तो ही वोट देना।
AAP संयोजक ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से 5 सवाल भी पूछे थे। उन्होंने कहा था कि जब 75 साल में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्र जैसे नेताओं को रिटायर कर दिया तो ये नियम मोदी पर लागू क्यों नहीं। अमित शाह कह रहे हैं कि मोदी पर लागू नहीं होगा। भागवत जी जवाब दीजिए।
दिल्ली शराब नीति केस में 13 सितंबर को जमानत पर बाहर आने के बाद केजरीवाल ने 17 सितंबर को CM पद से इस्तीफा दे दिया था। 21 सितंबर को आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बन गईं।
BJP बोली- केजरीवाल पहले छह सवालों का जवाब दें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जनता की अदालत में छह सवालों का जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने सत्ता विरोधी भावना से बचने के लिए पद से इस्तीफा दिया है। जनता इसे अब जान चुकी है।
सचदेवा ने केजरीवाल से 6 सवालों के जवाब मांगें…
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जनता की अदालत में छह सवालों का जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने सत्ता विरोधी भावना से बचने के लिए पद से इस्तीफा दिया है। जनता इसे अब जान चुकी है।
सचदेवा ने कहा कि उन्हें बताना होगा कि 10 साल में एक भी नया अस्पताल दिल्ली को क्यों नहीं दिया गया। एक भी पूरा नया स्कूल या कालेज क्यों नहीं दिया? 10 साल में डीटीसी के बेडे में कितनी बसें जोड़ी गईं। जल बोर्ड 60 हजार करोड़ रुपए के घाटे में कैसे आ गया। दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी कैसे बन गई? इसी तरह दिल्ली की टूटी सड़कों पर भी पूर्व सीएम से जवाब मांगा है।
संजय सिंह बोले- केजरीवाल कट्टर ईमानदार हैं…

अरविंद केजरीवाल कट्टर ईमानदार हैं। दिल्लीवालों को मुफ्त सुविधाएं देने के बाद भी मुनाफे का बजट पेश करना उनकी ईमानदारी का सबसे बड़ा प्रमाण पत्र है। उन्होंने इस्तीफा देते समय यह तय किया था कि वह पूरी दिल्ली में ‘जनता की अदालत’ में जाएंगे और लोगों के समक्ष अपनी बात रखेंगे।