Wednesday, April 23, 2025
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कॉलेज में क्यों हुई एडवोकेट के बेटे की हत्या: डायरेक्टर का बेटा बोला- मैंने समझाने बुलाया था, छीनाझपटी में गोली चली, FIR – Varanasi News


वाराणसी में स्कूल प्रबंधक के बेटे ने 12वीं के छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी। ज्ञानदीप स्कूल के डायरेक्टर के घर की पार्किंग एरिया में बने कमरे में लाश मिली।

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मौके पर छात्र के 2 दोस्त मौजूद थे। उनकी मदद से ही लहूलुहान छात्र को हॉस्पिटल ले जाया गया था। डॉक्टर के मुताबिक, छात्र की कनपटी पर गोली लगी थी।

इसके बाद 2 घंटे बाद शिवपुर थाने पर वकीलों इकट्‌ठा होने लगे। हंगामा शुरू हो गया। लेट नाइट 9 बजे पुलिस ने FIR लिखी। इसके बाद थाने में हो रहा हंगामा शांत हो गया।

FIR में स्कूल प्रबंधक के बेटे यजुवेंद्र सिंह उर्फ रवि, शशांक और किशन को नाम लिखा गया है। इसमें शशांक और किशन छात्र हेमंत के दोस्त थे। यही तीनों लोग उस कमरे में मौजूद थे।

थाने में अधिवक्ताओं में गुस्सा नजर आया। वो शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे।

आरोपी रवि का बयान पढ़िए…

हेमंत स्कूल टीचर की बेटी को परेशान कर रहा था

पुलिस सोर्स के मुताबिक स्कूल प्रबंधक के बेटे यजुवेंद्र सिंह उर्फ रवि को थाने लाया गया। उसने पूछताछ में बताया कि हमारे पास स्कूल की एक टीचर आई थीं। उन्होंने बताया था कि हेमंत उनकी बेटी को परेशान करता है। इसलिए हमने उसको समझाने के लिए बुलाया था। बातचीत में झगड़े की नौबत आ गई। छीना–झपटी में गोली चल गई।

यह हेमंत की लाश है। लहूलुहान हालत में उसको अस्पताल लाया गया था।

यह हेमंत की लाश है। लहूलुहान हालत में उसको अस्पताल लाया गया था।

अब पिता की बात

वाराणसी कचहरी में एडवोकेट हैं हेमंत के पिता सिंधौरा इलाके के मरुई के रहने वाले कैलाशनाथ वर्मा वाराणसी कचहरी में एडवोकेट हैं। उन्होंने बताया- मेरा बेटा बहुत होनहार था और मैथ लेकर इंटर की पढ़ाई कर रहा था। इस बार उसने एग्जाम दिया था, उसका रिजल्ट आने वाला है। वह हमारे घर में नहीं रहता है, अपने चाचा डॉक्टर वर्मा के साथ रहता था और ज्ञानदीप इंग्लिश स्कूल में पढ़ रहा था।

खाना खाते समय आया फोन कैलाशनाथ ने बताया- मंगलवार को दोपहर 1.30 बजे बेटा खाना खा रहा था। उसी दौरान उसे एक फोन आया और वह खाना छोड़कर घर से निकल गया। यहां वह अपने 2 दोस्त, शशांक और किशन से मिला। वह सब लोग रवि के पास पहुंचे थे। जहां रवि ने किशन को कमरे के बाहर भगा दिया। शशांक और हेमंत को बैठा लिया।

किशन ने बाद में मुझे बताया कि अचानक कमरे के अंदर से गोली चलने की आवाज आई। फिर लहूलुहान हालात में सब हेमंत को लेकर बाहर आए। सब हेमंत को लेकर ट्रामा सेंटर पहुंचे, मगर उसकी सांसें थम चुकी थीं।

पिता बोले- बेटे के जाने से हम सब बिखर गए कैलाश नाथ ने आरोप लगाया- उन्हें स्कूल से एक नंबर से फोन किया गया कि आप के बेटे को गोली लगी है। इस पर मैं कचहरी से फौरन स्कूल पहुंचा, तब पता चला मेरे बेटे को एम्बुलेंस से ट्रामा सेंटर ले जाया गया है। मेरा बेटा बहुत होनहार और हंसमुख था। उसके जाने से अब हम बिखर गए हैं। हमें इंसाफ चाहिए।

अब पुलिस की थ्योरी समझिए…

दोस्त को पकड़ा है, रवि की पिस्टल भी पुलिस के कब्जे में DCP वरुणा ने बताया- हमें घटना का CCTV फुटेज भी मिला है। घटना कमरे के अंदर हुई है, लेकिन बाहर CCTV लगा हुआ है। उसकी फुटेज हमने देखी है। उन्होंने बताया की प्रथम दृष्टया मामला शिक्षिका की लड़की को परेशान करने से जुड़ा है। जिसके लिए रवि ने उसे समझाने के लिए बुलाया था। उसी दौरान युवक को गोली लगी और उसकी मौत हो गई।

हत्या के संबंध में DCP गोमती जोन ने बताया- मंगलवार की दोपहर घटना हुई। जिसमें एक 12वीं के छात्र की हत्या हो गई। इसमें नामजद तहरीर मिली थी। जिसमें हेमंत के 2 दोस्त के साथ स्कूल प्रबंधक के बेटे को आरोपी बनाया गया है। एक दोस्त को हमने पकड़ा है, वो पिस्टल हमारे पास है, जिससे हेमंत को गोली मारी गई है।

अब जानिए अधिवक्ताओं ने क्या कहा…

FIR दर्ज कराने और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शाम 4 बजे से मृतक के अधिवक्ता पिता के साथ सैकड़ों अधिवक्ता शिवपुर थाने पर डटे हुए थे। रात 9 बजे FIR की कॉपी मिलने के बाद अधिवक्ता घरों को रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत भी की।

कचहरी में देख लेंगे सारा पावर

अधिवक्ता केके सिंह ने बताया- हमारे अधिवक्ता भाई के पुत्र की निर्मम हत्या कर दी गई है। जिसके संबंध में हम लोग यहां आये थे। इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है। हम लोगों को विश्वास है कि पुलिस निष्पक्ष विवेचना करेगी। हमें पूरा भरोसा है। वहीं जब पूछा गया कि आरोपी रसूखदार हैं कोई दबाव तो केके सिंह ने कहा- अधिवक्ता से ज्यादा पावर किसी को नहीं होता। वो आएंगे वहीँ कचहरी ही न देख लेंगे वहीं सारा पावर।

लाइसेंस हो निरस्त

सुधीर सिंह, महामंत्री तहसील बार एसोसिएशन ने बताया – हमारी मांग है कि अभियुक्तों को 24 घंटे में गिरफ्तार किया जाए। वहीं सुधीर सिंह ने कानून व्यब्वस्था पर प्रश्नचिह्न लगाया और कहा योगी जी हर महीने आ रहे हैं। कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक कर रहे हैं। उसके बाद यह काण्ड हो रहा है। यह गलत है। बस हमारी मांग है कि उनके असलहे का लाइसेंस निरस्त हो। साथ ही पीड़ित के लिए न्याय हो।

अधिवक्ता अश्वनी मिश्रा ने कहा- हमारे साथी की सुनियोजित हत्या की गयी है। मुख्य अभियुक्तों को बचाया जा रहा है। कोई बड़ी मछली है जिसे पूरे सीन से हटाया जा रहा है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में ऐसी व्यवस्था कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रही। यदि 24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं हुई तो हम पूरे प्रदेश में हड़ताल करेंगे।

जानिए कौन है शशांक और किशन, कहां रहते हैं और क्या इनका भी नाम FIR में है ?

शशांक और किशन भी पहुंचे थे डायरेक्टर के पास परिजनों ने बिना कैमरे पर आये बताया कि – हेमंत के साथ शशांक जो बसहिं की साईं राज सिटी में रहता है और किशन जो परमानंदपुर का है। वो भी साथ में थे। वहां पहुंचने पर डायरेक्टर में किशन को भगा दिया। उसके बाद शशांक और हेमंत को कमरे में रहने दिया। इसके कुछ ही देर बाद गोली चली और हत्यारा वहां से फरार हो गया।

पिता की तहरीर के बाद दोनों पर हत्या का मुकदमा

इस मामले में पिता की तहरीर में दोनों दोस्तों का नाम आने के बाद पुलिस ने मुख्य अभियुक्त के साथ इन दोनों दोस्तों का नाम भी ह्त्या की FIR में दर्ज किया है। परिजनों की मानें तो दो में से एक युवक पुलिस की कस्टडी में है। वहीं दूसरे की तलाश जारी है।

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