झारखंड के गुमला जिले में अंधविश्वास की एक दर्दनाक घटना सामने आई है। फट्टी बगीचा टोली की 50 वर्षीय मैनो देवी की हत्या कर दी गई। आरोपी ने शव को खटवा नदी के बालू में दफना दिया।
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एक चप्पल और तौलिया बरामद हुआ
मृतका के पुत्र भीम उरांव ने पुलिस को बताया कि उनकी मां शुक्रवार से लापता थीं। उन्होंने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव के नेतृत्व में एसएसबी और डॉग स्क्वायड की टीम ने तलाश शुरू की। जांच में एक चप्पल और तौलिया बरामद हुआ।
आरोपी की निशानदेही पर मिला शव
पूछताछ में आरोपी करमपाल लकड़ा ने हत्या की बात स्वीकार की। उसकी निशानदेही पर रविवार शाम को पुलिस ने खटवा नदी से शव बरामद किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सोमवार को भेजा गया है।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है।
भाभी की मौत का जिम्मेवार मानता था आरोपी
मामले की जड़ में साल 2019 की एक घटना है। करमपाल की भाभी की सांप काटने से मौत हो गई थी। उसने मैनो देवी पर डायन होने का आरोप लगाया था। इस मामले में पहले थाना में शिकायत की गई थी, जिसका समझौता करा दिया गया था। लेकिन करमपाल के मन में बदले की भावना थी, जिसके चलते उसने इस घटना को अंजाम दिया।
मामले पर एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने कहा हत्या के कारणों का छानबीन किया जा रहा है। जिले में ज्यादातर हत्या जमीन विवाद,अंधविश्वास या नशा खोरी में होती है। पुलिस सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही है।आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।