प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को विधानसभा में वर्ष 2025 का बजट पेश किया। बजट में सतना जिले की धार्मिक नगरी चित्रकूट के समग्र विकास के लिए 30 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
.
रामवन गमन पथ योजना के तहत वनवास काल के दौरान प्रभु श्रीराम जिन स्थानों से गुजरे थे, उन क्षेत्रों का विकास किया जाएगा। इस योजना में संपूर्ण धार्मिक नगरी चित्रकूट शामिल है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चित्रकूट में पहली बड़ी बैठक के बाद यहां के समग्र विकास की घोषणा की थी।
पूर्व विधायक ने बजट को बताया अपर्याप्त
हालांकि, इस बजट प्रावधान पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। चित्रकूट के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता नीलांशु चतुर्वेदी ने इसे अपर्याप्त बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री की घोषणा को गंभीरता से न लेते हुए आरोप लगाया कि उन्हें चित्रकूट की वास्तविक स्थिति की जानकारी नहीं है।
बजट की प्रमुख बातें…
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में प्रदेश में नई योजना क्षतिग्रस्त पुलों का पुनर्निर्माण प्रारंभ की जा रही है। इसके लिए 100 करोड रुपए का बजट रखा गया है। जल जीवन मिशन के लिए 17,135 करोड रुपए का प्रावधान किया है।
- प्रदेश में मुख्यमंत्री मजरा टोला सड़क योजना प्रारंभ की जा रही है। इसके लिए 100 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान रखा गया है। आगामी 5 वर्षों में प्रदेश में 1 लाख किलोमीटर सड़क बनाने का लक्ष्य है, इसी तरह 5 वर्ष में 500 रेलवे ओवर ब्रिज और फ्लाईओवर निर्मित किए जाएंगे, इस वर्ष 3500 किलोमीटर नई सड़क तथा 70 पुल बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
- 19 वृहद एवं मध्यम तथा 87 लघु सिंचाई परियोजना प्रस्तावित हैं। जिनसे आगामी समय में 7 लाख 2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित हो सकेगा। सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण और संधारण के लिए 17863 करोड़ रुपए रखे गए हैं
- 2019 तक 100 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
- राजकोषीय घाटा 78,902 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है, जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 4.66 प्रतिशत है। राजस्व अधिक्य की स्थिति बनी हुई है। यह 2025-26 में 618 करोड़ रुपए अधिक रहने का अनुमान है।
- केंद्र सरकार से विशेष सहायता योजना में 11000 करोड़ रुपए का दीर्घकालिक ब्याज रहित ऋण सहायता मिलने का अनुमान है।