जशपुर पुलिस और यूनिसेफ ने बगीचा विकासखंड के महादेवडांड में ‘सजग समाज, सुरक्षित भविष्य’ विषय पर एकदिवसीय जनजागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम में दर्जनों गांवों की महिलाओं ने हिस्सा लिया।
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एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि नारी समाज की सबसे बड़ी सुधारक होती है। महिलाओं की जागरूकता से पूरा समाज सुरक्षित और सशक्त बनता है। उन्होंने साइबर अपराधों से सतर्क रहने की सलाह दी। साथ ही कहा कि नशा, कुरीति और यातायात नियमों का पालन कर बेहतर भविष्य बनाया जा सकता है।
एसडीओपी दिलीप कोसले ने ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नियमों का पालन कर हम अपनी और दूसरों की जान बचा सकते हैं।
यूनिसेफ जिला समन्वयक तेजराम सारथी ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य समाज को नशा, मानव तस्करी और कुरीतियों से मुक्त करना है। यूनिसेफ का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों तक जनजागरूकता पहुंचाना है।
कार्यक्रम की शुरुआत महिला समूहों के पारंपरिक स्वागत गीत और नृत्य से हुई। डीडीसी मोनिका टोप्पो के मार्गदर्शन में नुक्कड़ नाटक ‘सब कुछ ठीक है’ का मंचन हुआ। इसमें यातायात सुरक्षा, मानव तस्करी और नशे के दुष्परिणामों को दिखाया गया।
प्रो. राजीव रंजन तिग्गा ने मानव तस्करी पर स्वरचित गीत प्रस्तुत किया। रामकृष्ण आश्रम के संगीत शिक्षक अवधेश पुरी और पीटीआई मधु ध्रुव ने सड़क सुरक्षा पर गीतों के माध्यम से संदेश दिया।

कार्यक्रम के दौरान एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि महादेव डांड में पुलिस चौकी स्थापित किए जाने की स्वीकृति शासन से प्राप्त हो चुकी है और आवश्यक प्रक्रिया पूरी होते ही उसका शुभारंभ कर दिया जाएगा।
अंत में यूनिसेफ की टीम ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए और महिलाओं ने एसएसपी का पारंपरिक ग्रामीण सम्मान करते हुए फल-सब्जियों की टोकरी भेंट की। सरपंच लकु राम नाग ने आभार प्रदर्शन करते हुए नशा मुक्ति को लेकर सामूहिक संकल्प लेने की अपील की।

