बारिश के पानी को सहेजने और धरती को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत धार जिले में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। जनभागीदारी से चलाए गए इस अभियान में जिले में अब तक 10791 जल संरचनाओं पर काम किया गया ह
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2500 खेत तालाब और 4500 से ज्यादा रिचार्ज पिट तैयार जिले में 2500 किसानों के खेतों में तालाब और 4500 से अधिक वाटर रिचार्ज पिट तैयार किए गए हैं, जो बारिश के पानी को संरक्षित करने में मदद करेंगे। इसके अलावा पहाड़ी इलाकों में पानी रोकने के लिए कंटूर ट्रेंच (छोटे गड्ढे) बनाए गए हैं।
वेस्ट जोन में 11वां स्थान, खंडवा रहा पहले पायदान पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा गठित टीम ने जिलों में किए गए कार्यों का भौतिक सर्वेक्षण किया। इसके आधार पर वेस्ट जोन की रैंकिंग जारी की गई, जिसमें धार जिले को देशभर में 11वां स्थान मिला है। इस जोन में राजस्थान, गुजरात, दमन दीव और मध्यप्रदेश के जिले शामिल थे। वहीं, खंडवा जिला पहले स्थान पर रहा।
प्राचीन कुओं और बावड़ियों का भी जीर्णोद्धार जिला पंचायत सीईओ अभिषेक चौधरी ने बताया कि जिले के सभी 13 विकासखंडों में जल संरचनाओं पर काम चल रहा है। सबसे अधिक 1050 संरचनाएं बदनावर विकासखंड में तैयार की गई हैं। खास बात यह रही कि अभियान में कई प्राचीन कुंओं और बावड़ियों का संरक्षण और जीर्णोद्धार भी किया गया, जो वर्षों से उपेक्षित थे।
30 जून तक चल रहा अभियान जलस्रोतों के संरक्षण और गहरीकरण का यह अभियान 30 जून तक चलाया जा रहा है। केंद्र सरकार की टीम ने भौतिक निरीक्षण के बाद धार जिले के प्रयासों की सराहना की है। अब केंद्र सरकार की ओर से पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा।