कर्नल की पत्नी जसिवंदर कौर ने पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की है।
पटियाला में सेना के कर्नल पुष्पिंदर बाठ से हुई मारपीट के मामले में गुरुवार को उनकी पत्नी ने पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की है। उनका आरोप है कि केस में उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है। नामजद चार पुलिसकर्मियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं क
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कर्नल की पत्नी जसिवंदर कौर ने राज्यपाल से मांग की है कि चारों आरोपियों के अरेस्ट वारंट जारी किए जाएं। उन्हें पीओ (प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर) घोषित किया जाए। साथ ही मेरी स्टेटमेंट रिकॉर्ड की जाए और चार महीने में मामले की जांच पूरी करवाई जाए।
चंडीगढ़ पुलिस की टीम उस ढाबे पर जांच करते हुए।
कर्नल की पत्नी ने गवर्नर को सौंपे पत्र में 3 मुख्य पॉइंट उठाए
1. कर्नल की पत्नी जसिवंदर कौर ने राज्यपाल को दिए पत्र में कहा है कि 13/14 मार्च 2025 की रात को पटियाला में उसके पति और बेटे पर हुए हमले के मामले की जांच कर रही एसआईटी (चंडीगढ़ पुलिस) के आचरण और दृष्टिकोण को लेकर उन्होंने अपनी गहरी निराशा और चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि कर्नल पीएस बाठ और उनके बेटे अंगद सिंह तुरंत जांच में शामिल हो गए थे और एसआईटी के समक्ष अपने बयान दर्ज करा दिए थे।
2. एफआईआर में नामजद चार आरोपी इंस्पेक्टर (हरजिंदर सिंह, शर्मिंदर सिंह, रोनी सिंह और हैरी बोपाराय) घटना के 80 दिन से भी ज्यादा समय से फरार हैं। सेशन कोर्ट और हाई कोर्ट द्वारा आरोपियों को अग्रिम जमानत देने से इनकार किए जाने के बावजूद, उन्हें गिरफ्तार करने का कोई गंभीर प्रयास नहीं किया गया है। चारों आरोपी इंस्पेक्टर कानून के डर के बिना बेखौफ पटियाला में घूमते रहते हैं और घटना के बाद से ही अपनी ड्यूटी से भी फरार हैं।
3.एसआईटी पटियाला का दौरा करती है, डीडीआर दर्ज करती है और आरोपी का पता न लगा पाने का हवाला देते हुए वापस चली जाती है। हालांकि, एसएसपी पटियाला के अनुसार, आरोपी को गिरफ्तार करने में सहायता मांगने के लिए एसआईटी द्वारा उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई है। हालांकि, उसके अभी तक बयान दर्ज नहीं हुए है। एसआईटी का कहना है कि हमारे बयानों की आवश्यकता नहीं है क्योंकि एसआईटी केवल घटना के बारे में जांच कर रही है।
दो दिन पहले पटियाला पहुंची थी एसआईटी एसआईटी दो दिन पहले उस ढाबे पर पहुंची जहां कर्नल से मारपीट हुई थी। इस दौरान एसआईटी के सदस्यों ने ढाबे के कर्मचारियों और अन्य लोगों से भी पूछताछ की थी। इस दौरान कर्नल के परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे। एसआईटी हर तथ्य को बारीकी से जुटा रही है ताकि बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। हाईकोर्ट ने एसआईटी को अगस्त माह तक जांच पूरी करने के आदेश दिए हैं।