थानाध्यक्ष समेत 3 पुलिसकर्मी हुए जख्मी।
नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र में बुधवार को शराब की सूचना पर छापेमारी करने गई मद्य निषेध विभाग की पुलिस टीम और स्थानीय ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हो गई। घटना में मद्य निषेध थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष विजय शंकर सिंह समेत तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप
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मद्य निषेध थाना की पुलिस टीम बुधवार को हिलसा थाना क्षेत्र के बरखंधा गांव में एक अधिवक्ता के घर पर छापेमारी करने पहुंची थी। पुलिस के पहुंचते ही गांव के लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस टीम के साथ तीखी बहस शुरू हो गई। जब पुलिस टीम वहां से पीछे हटने का प्रयास कर रही थी, तभी ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया और पुलिसकर्मियों की वर्दियां तक फाड़ दी। पुलिसकर्मी किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागने में सफल रहे।
झड़प में मद्य निषेध थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष विजय शंकर सिंह, अवर सहायक निरीक्षक निरंजन कुमार और महिला सिपाही रेखा कुमारी गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को उपचार के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
छापेमारी करने पहुँची थी मध निषेध पुलिस
दोबारा किया हमला
झड़प की सूचना मिलते ही मद्य निषेध और हिलसा थाने की संयुक्त पुलिस टीम फिर गांव पहुंची। इस बार पुलिस ने हिंसक झड़प में शामिल दो उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन जब पुलिस उन्हें लेकर वापस लौट रही थी, तभी ग्रामीणों ने पुलिस वाहनों पर पथराव कर दिया। हालांकि, पुलिस दोनों गिरफ्तार उपद्रवियों को लेकर वहां से सुरक्षित निकलने में सफल रही।
निर्दोष लोगों को परेशान किया जा रहा
ग्रामीणों का आरोप है कि मद्य निषेध विभाग की पुलिस शराब के नाम पर निर्दोष लोगों को परेशान कर रही है। जिस अधिवक्ता के घर पर छापेमारी की गई, वह और उनका परिवार शराब से कोसों दूर रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बार-बार शराब के नाम पर पुलिस का उनके घर आना उन्हें और उनके परिवार को शर्मिंदगी का अहसास कराता है, जैसे कोई उन्हें बिना किसी अपराध के फंसाने की साजिश कर रहा हो।
हिलसा के थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार ने कहा कि मद्य निषेध थाना हिलसा के थानाध्यक्ष विजय शंकर सिंह ने हिलसा थाने में तीन नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। मामले में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।